नारनौल: नारनौल में डी. जे. बजाने सहित अनेक प्रथाओं को बैन कर दिया है। सामाजिक बुराइयों प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए नांगल चौधरी के गांव आंतरी में पंचायत हुई। पंचायत की अध्यक्षता नांगल चौधरी मार्कीट कमेटी के चेयरमैन रामाशंकर ने की। बैठक में समाज में फैली कुरीतियों को समाप्त करने के लिए चर्चा की गई जिसमें मौजूद सभी ग्रामीणों ने अपने-अपने विचार रखे।
गांव की सरपंच बलवंत ने बताया कि डी. जे. पर तेज आवाज में गाने चलते हैं जिससे बच्चों की पढ़ाई में बाधा आती है, बुजुर्गों का सिरदर्द होने लगता है, जानवरों पर भी बुरा असर पड़ता है। डी.जे. पर झगड़े होना अब आम बात हो गई है जिससे गांव में अशांति फैलती है। सरपंच बलवंत ने शादियों में होने वाले अत्यधिक खर्च पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि जिस घर में लड़की की शादी
होती है वहां पर खर्च का बोझ बहुत अधिक होता है। उन्होंने सुझाव दिया कि एक घर से केवल एक ही व्यक्ति शादी में भोजन के लिए जाए ताकि अनावश्यक खर्च कम किया जा सके। कन्यादान केवल 1 रुपए का ही करवाया जाए ताकि दिखावे की परम्परा खत्म हो।
मरे हुए व्यक्ति की याद में किए जाने वाले कार्यक्रमों पर सरपंच ने कहा कि यह केवल फिजूल खर्च हैं और इनसे किसी का कोई भला नहीं होता। उन्होंने ऐसी परम्पराओं को समाज के लिए अनुचित बताया और कहा कि इनसे सिर्फ आर्थिक बोझ बढ़ता है। सरपंच ने सुझाव दिया कि इस तरह के अनावश्यक खचों की बजाय यदि कोई व्यक्ति किसी स्कूल या धर्मशाला में एक कमरा बनवा दे तो वह समाज के लिए कहीं ज्यादा उपयोगी होगा और दूसरों के काम भी आएगा। सरपंच बलवंत ने बताया कि अगर कोई भी व्यक्ति पंचायत के किसी भी फैसले के खिलाफ जाएगा तो ग्राम पंचायत उसका सामाजिक बहिष्कार कर देगी तथा उसके कार्यक्रम में कोई भी गांव वासी शामिल नहीं होगा।

















