चंडीगढ : सादगी की मूर्त लगभग 10 वर्षों तक प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे वर्तमान में केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल ने एक बार फिर से अपने उसी चिर परिचित अंदाज में नजर आए। मौका था भगवान श्री राम के अयोध्या लौटने पर मनाए जाने वाले भारत की आस्था, आध्यात्मिकता और संस्कृति को संजोने वाले दीपों के पर्व दीपावली का। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने बहुत ही सादे तरीके से दीपावली का पर्व मनाया। इस दौरान वे अपने हाथों से एक-एक दिया जलाकर घर के प्रांगण में रखते नजर आए। उल्लेखनीय है कि केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल संघ की खांटी विचारधारा से ओत प्रोत है । जिन्होंने लंबे समय तक प्रदेश में प्रचारक के रूप में अपनी सेवाएं दी हैं। इस दौरान प्रदेश भ्रमण मे सदैव ही सादा खाना, सादा बाना और जमीन पर चटाई डालकर सोने के साथ-साथ सुबह पौ फटते ही उठना भी उनकी जीवन शैली में शुमार है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वदेशी अपनाओ नारे को कर रहे सरकार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल की दोस्ती भी जग जाहिर है। जिसके संदर्भ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी समय-समय पर सार्वजनिक मंच से कह चुके हैं। बता दें कि जिस वक्त नरेंद्र मोदी हरियाणा भाजपा के प्रदेश प्रभारी हुआ करते थे। उसी दौरान मनोहर लाल संघ प्रचारक होने के नाते अक्सर दोनों ही स्कूटर पर सवार हो संघ की विचारधारा को आगे बढ़ाने के लिए लंबे समय तक प्रदेश के भिन्न भिन्न भागों में जाते थे।
मनोहर लाल द्वारा अबकी बार दीपावली के अवसर पर मिट्टी के दिए जलाकर स्वदेशी अपनाओ नारे को और बलवंत किया है। यही नहीं इस बार प्रदेश में बड़े स्तर पर स्थानीय लोगों द्वारा मिट्टी से बने बर्तनों का उपयोग किया गया। जैसे की दिए, गुल्लक के रूप में मिट्टी से बना गैस सिलेंडर सहित अन्य दिवाली के उपयोग में ले जाने वाले सामानों की खूब डिमांड रही। इसके अलावा उन्होंने प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए बिना पटाखे जलाए दिवाली मनाने का भी संदेश दिया।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश की नायाब सरकार द्वारा भी मिट्टी के बर्तन बनाने वाले प्रजापति समाज को आर्थिक रूप से मजबूत और स्वदेशी बढ़ावा देने के लिए जमीन भी अलॉट की गई है।
मनोहर सादगी देख इन्हें कहा जाता है राजनीति का संत
मुख्यमंत्री नायब सैनी सहित अन्य तमाम बड़े नेता अक्सर अपने संबोधन में मनोहर लाल की सादगी, ईमानदारी और साफगोई के चलते राजनीतिक संत कहते हैं। हरियाणा के मुख्यमंत्री रहते हुए जैसे उनके कामों की चर्चा देशभर में हो रही है वैसे ही उनकी सादगी और रहन-सहन व खानपान की भी चर्चा होती थी। खानपान में जहां ये दलिया और खिचड़ी इनका पसंदीदा भोजन है। वहीं एक बार मुख्यमंत्री आवास के पार्क में जमीन पर चादर डालकर सोते हुए भी नजर आए थे।

















