चंडीगढ : छोरा चाहे सी एम हो या कुछ भी बन जाए, मां की ममता तो मां की होती है।खुशी से भावुक क्षणों में अपने गांव मिर्जापुर पहुंचे सी एम नायब सैनी व उनके परिवार को मिल यही दृश्य उनकी मां कुलवंत कौर की आंखों में नजर आ रहा था। उन्होंने सभी को दीपावली, भगवान विश्वकर्मा दिवस तथा भैया दूज की हार्दिक शुभकामनाएं दीं।
गांव पहुंचने पर छोटे-छोटे नन्हे बच्चों ने मुख्यमंत्री के चरण स्पर्श कर आशीर्वाद प्राप्त किया। मुख्यमंत्री ने भी बच्चों को प्यार व आशीर्वाद देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने अपनी माता श्रीमती कुलवंत कौर एवं ताऊ श्री तेजा राम सैनी के चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लिया। इसके बाद उन्होंने अपनी धर्मपत्नी श्रीमती सुमन सैनी (उपाध्यक्ष हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद), पुत्र अनिकेत सैनी, पुत्री वंशिका सैनी, भाई चन्दन सैनी, भतीजे हनीश सैनी, रसम सैनी एवं अन्य परिजनों के साथ घर पर पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि और मंगल की कामना की।
बता दे कि इससे पहले मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का हेलीकॉप्टर राजकीय महाविद्यालय नारायणगढ़ में बने हेलीपैड पर उतरा। सर पर हाथ जो फेरे तो” हिम्मत मिल जाए” मां एक बार मुस्कुरा दे तो जन्नत मिल जाए”। “मैंने चलती फिरती आँखों से अज़ा देखी है” मैने जन्नत तो नही देखी पर मां देखी है। जैसे शेरों के अलावा पंजाब के मशहूर गायक कलियों के बादशाह कुलदीप मानक द्वारा गया गीत “मां हूंदी ए मां ओ दुनिया वालयो” मा ए ठंडडी छां ओ दुनिया वालयो। मां के लिए जितना भी लिखा और कहा जाए कम है। मां की ममता सागर के समान है जिसका कोई और छोर व गहराई का पता नही लगाया जा सकता है।
चाहे जितने भी संत, महापुरुष, पीर पैगंबर ओलिए ,भगवान के अवतार सब मां के आगे नतमस्तक हैं। मां का दर्जा सबसे ऊंचा है। व्यक्ति चाहे कितने भी बड़े मुकाम पर पहुंच जाए और दुनिया का हर सांसारिक सुख उसके कदमों में हो लेकिन उसे जो सुकून मां के आंचल में मिलता है वह कहीं नहीं मिलता। कुछ ऐसा ही दिल छू लेने वाला दृश्य दीपावली पर्व पर देखने को मिला। जब मुख्यमंत्री नायब सैनी अपने पैतृक गांव मिर्जापुर में परिवार संग दीपावली मनाने पहुंचे। गांव में जैसे ही घर की दहलीज पर कदम रखा सबसे पहले मां को गले लगाया। इसके बाद परिवार सहित दीपावली की पूजा अर्चना की इस दौरान मुख्यमंत्री की माता कुलवंत कौर द्वारा उनकी कलाई पर आशीर्वाद रूपी धागा भी बांधा गया। जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। जिसमें देखा जा सकता है कि मुख्यमंत्री जो कि पहले भी सादगी पसंद है ।लेकिन मां के आंचल में आकर बिल्कुल एक बच्चों की तरह उनसे प्यार और दुलार लेते नजर आ रहे हैं। यही नहीं मुख्यमंत्री ने गांव वासियों सहित परिवार के अन्य सदस्यों के साथ भी समय बिताया और बच्चों के साथ मस्ती की।
वहीं दूसरी ओर मां के लिए भी यह पल दुनिया के सबसे खूबसूरत लम्हों में से एक है। माता_ पिता ही एक ऐसा रिश्ता है जो हमेशा अपने औलाद को फलते-फूलते और आगे बढ़ते रहने की कामना करता है। जब बेटा मुख्यमंत्री के पद पर आसीन हो तो खुशियों की कोई सीमा ही नहीं रहती।

















