यमुनानगर : हरियाणा के यमुनानगर में एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान जच्चा बच्चा की मौत होने के बाद परिजनों ने हंगामा किया और अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया। खेड़ा गांव निवासी अनूप कुमार की पत्नी कोमल को कल शाम डिलीवरी के लिए इस अस्पताल में दाखिल करवाया गया था ।आज तड़के उसे दर्द हुई तो ऑपरेशन थिएटर में ले गए ।इसके बाद अस्पताल स्टाफ ने परिजनों को बताया कि बच्चे की सांस नहीं आ रही और फिर बता दिया कि बच्चे की मां की भी मौत हो चुकी है। जिस पर परिजनों ने अस्पताल में हंगामा करते हुए डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया।
इसके बाद परिजनों को जैसे ही इस मामले की जानकारी लगी तो वह अस्पताल में पहुंचे, लेकिन इस बीच परिजनों का आरोप है कि जैसे ही वह अस्पताल परिसर में पहुंचे तो उन्होंने अस्पताल प्रांगण में खुले में प्लेजेंटा ( बच्चों की थैली) पड़ी हुई देखी तो परिवार के लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। वहीं दूसरी तरफ डॉक्टर ने भी हालात को देखते हुए आई एम ए को इस मामले की सूचना दे दी ।
मृतक कोमल के परिजनों भी अस्पताल में ही इकट्ठा होना शुरू हो और उन्होंने जमकर हंगामा शुरू कर दिया। परिजनों का आरोप था कि उन्होंने कोमल को कल शाम को ही अस्पताल में सही सलामत दाखिल कराया था लेकिन डॉक्टरों की लापरवाही के चलते ही दोनों की मौत हुई है। परिवार की महिलाओं ने अस्पताल में हल्की तोड़फोड़ भी कर दी लेकिन मौके पर पहुंची पुलिस ने इन लोगों को समझाना शुरू कर दिया।
हालात को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस पर भी पहुंच गया और परिवार को समझाने में जुट गया लेकिन परिवार के लोग इस बात पर अड़ गए की पहले डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की जाए। इसके बाद परिवार के लोगों ने पुलिस को लिखित में शिकायत दी और पुलिस ने तब जच्चा और बच्चा के शव को कब्जे में लेकर उन्हे पोस्टमार्टम के लिए के लिए सिविल अस्पताल जगाधरी में दिया।
हालाकि इस पूरे मामले में डॉक्टरों का कहना है कि उन्होंने दोनों को बचाने की कोशिश की लेकिन वह बच्चा नहीं पाए, जिसका उन्हें भी अफसोस है फिलहाल पुलिस इस मामले में अब जांच में जुट गई है और जांच के बाद ही आगामी कार्रवाई को अमल में लाने की बात कह रही है।

















