कैथल : कैथल के महाभारत कालीन तीर्थ वृद्ध केदारेश्वर में इस बार छठ पूजा होनी है, लेकिन तालाब की स्थिति इतनी गंदी और विकट है कि सोच कर भी दिल घबराता है। यह गंदगी, बदबू और जहरीले जीव लगातार उनकी सेहत को खतरे में डाल रहे हैं। नगर परिषद केवल नाम के लिए सफाई का दिखावा कर रही है और इस गंदगी कीचड़ में दलदल वाले जगह पर पानी भरना शुरू कर दिया है।
जबकि लाखों रुपए खर्च करने का दावा कर बिल पास कर दिया जाएंगे। क्या यह कैथल नगर परिषद की उदासीनता और लापरवाही नहीं है कि वे अपने नागरिकों और पूर्वांचल और बिहार से आए प्रवासी व्रतियों की सुरक्षा के लिए कुछ भी ठोस कदम नहीं उठा रहे? ऐसा लगा रहा है कि केवल फोटो खिंचवाने से काम चल जाएगा, लेकिन इस बड़ी लापरवाही के चलते कोई बड़ा हादसा और बीमारी आ जाए तो कौन जिम्मेदार होगा?
एक तरफ तो सरकार पूर्वांचल और बिहार के प्रवासियों की छठ पूजा के लिए बिहार एयर कंडीशन बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा दे रही है ताकि वह लोग अच्छे से अपना त्योहार मना सके, दूसरी तरफ सरकार के द्वारा सुविधा देने के बावजूद नगर परिषद प्रवासियों के लिए गंदे तालाब में पानी भरकर उन्हें छठ पूजा यहीं पर करने के लिए मजबूर कर रहा है क्या यह बीमारियों को आमंत्रण देने वाली बात नहीं हुई सरकार को इस बात का संज्ञान लेना चाहिए और जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए।

















