अंबाला: हरियाणा की जेलों में गैंगस्टरों को लेकर बनी “VIP ट्रीटमेंट” की धारणाओं पर विराम लगाते हुए DGP जेल आलोक राय ने मीडिया को अंबाला सेंट्रल जेल का दौरा करवाया. इस दौरान उन्होंने खुद दिखाया कि जेल में बंद गैंगस्टर भी अन्य सामान्य कैदियों और बंदियों की तरह ही रहते हैं. इनके लिए न कोई अलग सुविधा, न कोई विशेष घर.
गैंगस्टर नहीं, अब सिर्फ आम कैदी: जेल में मीडिया विजिट के दौरान यह साफ नजर आया कि चर्चित गैंगस्टर भी वही साधारण जीवन जी रहे हैं जो अन्य कैदी जीते हैं. उन्हें भी जेल का सामान्य भोजन दिया जाता है. दाल, सब्जी, रोटी, और सप्ताह में एक बार खीर. चावल केवल उन्हीं कैदियों को दिए जाते हैं जिन्हें डॉक्टर की सलाह पर विशेष डाइट की जरूरत होती है.
हरियाणा सरकार का सख्त रुख: हरियाणा सरकार ने हाल ही में राज्य पुलिस और जेल प्रशासन को गैंगस्टरों के प्रति कठोर रवैया अपनाने के निर्देश दिए थे. इसके बाद जेलों में कई बदलाव किए गए हैं. जैसे कि गैंगस्टरों को महंगे कपड़े पहनने या लंबे बाल रखने की अनुमति नहीं है.अब उन्हें भी अन्य कैदियों की तरह मैन्युअल काम करना पड़ता है. जेल में किसी भी बंदी को VIP सुविधा देने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है.
“गैंगस्टरों का महिमामंडन न करें”: मीडिया से बातचीत में DGP आलोक राय ने कहा, “गैंगस्टर या अपराधी कोई सेलिब्रिटी नहीं हैं. वे जेल में आम बंदियों की तरह रहते हैं और उनसे भी वही काम करवाया जाता है जो बाकी कैदी करते हैं. किसी को भी जेल में VIP नहीं समझा जाता.” उन्होंने मीडिया को जेल के पुराने फांसी स्थल और जेल के अंदर बने रेडियो स्टेशन का भी दौरा करवाया, जहां कैदी रचनात्मक गतिविधियों में हिस्सा लेते हैं.
जेल प्रशासन की पारदर्शिता पर जोर: इस पहल का उद्देश्य था जनता और मीडिया के सामने यह दिखाना कि हरियाणा की जेलों में पारदर्शिता और सख्ती दोनों बरती जा रही हैं.जेल प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहा है कि कोई भी कैदी-चाहे वह कितना ही बड़ा गैंगस्टर क्यों न हो-कानून से ऊपर नहीं.