अंबाला : अंबाला में रेलवे पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए बिहार और पश्चिम बंगाल से लाए जा रहे 7 नाबालिग बच्चों को मुक्त कराया। पुलिस ने इस मामले में 5 मानव तस्करों को गिरफ्तार किया। ये आरोपी कर्मभूमि एक्सप्रेस से बच्चों को हरियाणा और पंजाब की फैक्ट्रियों में मजदूरी के लिए ले जा रहे थे।
जानकारी के अनुसार अंबाला छावनी रेलवे स्टेशन पर जांच के दौरान पुलिस ने कई बच्चों संदिग्धों को पकड़ा। पूछताछ में पता चला कि बच्चों की उम्र 14 से 17 वर्ष के बीच है। जिला बाल कल्याण समिति की रिपोर्ट में यह स्पष्ट हुआ कि बच्चों को झांसे में रखकर 9 से 15 हजार रुपये प्रतिमाह वेतन और रहने-खाने की सुविधा देने का वादा किया गया था।
आरोपियों पर केस दर्ज
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान हैदल सिंह (पश्चिम बंगाल), टुनटुन ठाकुर (समस्तीपुर, बिहार), आशिक नाग (दार्जिलिंग), सालम अली और लखन सोरेन (कटिहार) के रूप में हुई है। इनके खिलाफ जीआरपी थाना अंबाला छावनी में मानव तस्करी और जबरन श्रम से संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
फैक्ट्रियों में करवाया जाता था काम
जीआरपी थाना प्रभारी हरीश कुमार ने बताया कि जिन बच्चों को बचाया गया है, उन्होने बताया कि उन्हें सिरसा और लुधियाना की चावल और प्लाई फैक्ट्रियों में काम करवाने के लिए लाया जा रहा था। पुलिस अब इस पूरे नेटवर्क की गहन जांच कर रही है।

















