विवादों में घिरी महिला ने अब तक नहीं लौटाया अवॉर्ड, दो बार नोटिस भेज चुका विभाग

SHARE

जींद : अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर सम्मानित की गई एक युवती का मामला विवादों में घिरता जा रहा है। पंचकूला में मुख्यमंत्री के हाथों सम्मान पाने वाली इस युवती को दी जाने वाली ढाई लाख रुपये की सम्मान राशि सरकार ने रोक रखी है। महिला एवं बाल विकास विभाग ने युवती को 2 बार नोटिस भेजकर अवॉर्ड लौटाने के निर्देश दिए हैं, लेकिन अब तक उसने पुरस्कार वापस नहीं किया है।

दरअसल, 8 मार्च को महिला दिवस पर नरवाना की एक युवती को उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया था। लेकिन कुछ ही दिनों बाद यह मामला तब विवादों में आ गया, जब सफीदों निवासी सुनील ने महिला पुलिस थाना में शिकायत देकर आरोप लगाया कि उक्त युवती ने उनके खिलाफ झूठा दुष्कर्म मामला दर्ज करवाया था। जांच के बाद पुलिस ने युवती के खिलाफ SC-ST एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था।

6 सदस्यीय समिति की गई गठित

विवाद बढ़ने के बाद सरकार ने तत्काल प्रभाव से सम्मान राशि रोक दी और विभाग से पूरी रिपोर्ट मांगी। इसके लिए 6 सदस्यीय चयन समिति गठित की गई, जिसकी अध्यक्षता एडीसी विवेक आर्य कर रहे थे। जांच में पाया कि पर्याप्त जांच के बिना ही युवती का नाम सूची में शामिल किया था।

2 बार नोटिस के बाद भी नहीं लौटाया अवॉर्ड- सहायक निदेशक

इस महिला एवं बाल विकास विभाग की सहायक निदेशक राजबाला ने बताया कि युवती को 2 बार नोटिस भेजे जा चुके हैं, लेकिन उसने अब तक अवॉर्ड नहीं लौटाया है। वहीं, युवती ने अपने खिलाफ दर्ज FIR को चुनौती देते हुए पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की है, जिसकी सुनवाई 20 नवंबर को होनी है।