भारत को दहलाने की साजिश नाकाम, फरीदाबाद में 2900 किलो विस्फोटक बरामद, ट्रक से उठवाना पड़ा सामान

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फरीदाबाद  : भारत को दहलाने की साजिश को नाकाम किया गया। दरअसल, हरियाणा के फरीदाबाद जिले में जम्मू  कश्मीर और हरियाणा पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में पहले  360 किलो विस्फोटक बरामद किया था, लेकिन जैसे-जैसे जांच आगे बड़ी तो पुलिस ने फतेहपुर तगा से 50 बैग बरामद किए, जिसके बाद  फरीदाबाद में अबतक कुल 2900 किलो संदिग्ध विस्फोटक बरामद किया गया है। ये विस्फोटक का जखीरा इतना बड़ा है कि सुरक्षा एजेंसियों को इसे भरने के लिए ट्रक मंगवाना पड़ा है।

सुबह से इस इलाके मे फरीदाबाद पुलिस और जम्मू कश्मीर पुलिस की रेड चल रही है। फरीदाबाद में इससे पहले धौज इलाके में 360 किलोग्राम विस्फोटक पदार्थ मिला था। इस मामले में जम्मू-कश्मीर और हरियाणा की पुलिस 2 डॉक्टरों आदिल अहमद राठर और मुजम्मिल शकील को गिरफ्तार कर चुकी है। मुजम्मिल ने ही धौज और फतेहपुर तगा गांव में ये कमरा किराये पर ले रखा था। डॉक्टर मुजामिल ने यह मकान एक मौलाना से किराए पर लिया था। मौलाना को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है। यह घर धौज से करीब 4 किलोमीटर दूर स्थित है।

इस पूरे ऑपरेशन में अब तक पुलिस ने 2 डॉक्टरों समेत 7 लोगों को गिरफ्तार किया है। साथ में पुलिस ने इनके कब्जे से 2 राइफल और 2 पिस्टल बरामद किया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, बरामद विस्फोटक सामग्री का संबंध दो आतंकी संगठनों से जुड़ा हुआ पाया गया है। सुरक्षा एजेंसियां अब यह पता लगाने में जुटी हैं कि यह विस्फोटक सामग्री कहां से लाई गई और इसका इस्तेमाल कहां किया जाना था।

घटना के बाद हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। जांच एजेंसियां यह भी पता लगा रही हैं कि क्या इसका कोई लिंक राज्य के अन्य हिस्सों या सीमावर्ती इलाकों से है। बता दें आरोपी डॉक्टर मुजम्मिल फरीदाबाद की अल फलह यूनिवर्सिटी में पढ़ाता था, जबकि आदिल अहमद भी अनंतनाग के एक सरकारी अस्पताल में सीनियर डॉक्टर है।

क्राइम ब्रांच के डीसीपी मुकेश मल्होत्रा ने बताया कि जांच के दौरान 2560 किलो अमोनियम नाइट्रेट जैसी सामग्री मिली है। इससे पहले किराए के दूसरे मकान से 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट बरामद किया है। कुल मिलाकर 2900 किलो सामग्री बरामद की गई।