हरियाणा में फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी की वेबसाइट हैक कर ली गई. फिलहाल ये मामला 11 तारीख का है, जब वेबसाइट पर क्लिक करने पर आया कि भारत की धरती पर इस तरह की इस्लामिक यूनिवर्सिटी की कोई जगह नहीं है. अगर भारत में रहना है तो शांति से रहना होगा, नहीं तो इस्लामिक जिहाद करने वालों को भारत छोड़कर पाकिस्तान चले जाना चाहिए. उसमें आगे लिखा कि इसे चेतावनी समझें, क्योंकि हम तुम्हारी राष्ट्रविरोधी गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं. इसे बंद करो नहीं तो हम तुम्हें बर्बाद कर देंगे. हालांकि, कुछ देर बाद यह वेबसाइट रिस्टोर कर ली गई.
दिल्ली ब्लास्ट में से पहले आतंकी डॉ मुजम्मिल को गिरफ्तार किया गया था. ये अलफलाह यूनिवर्सिटी में ही प्रोफेसर था. डॉ मुजम्मिल, जो दिल्ली ब्लास्ट के पहले गिरफ्तार किए गए डॉक्टर में से एक है. ये पिछले साल से फरीदाबाद की अलफलाह यूनिवर्सिटी में नौकरी कर रहा था. पुलिस को इसके संपर्क जैश-ए-मुहम्मद से मिले हैं.
ये अलफलाह यूनिवर्सिटी के कैंपस के अंदर ही डॉक्टर्स क्वार्टर में रहता था. डॉ मुजम्मिल जनरल फिजिशियन के तौर पर काम करता था. जम्मू कश्मीर और फरीदाबाद पुलिस के ज्वाइंट ऑपरेशन में डॉक्टर मुजम्मिल को गिरफ्तार किया गया था. इस यूनिवर्सिटी से महज कुछ दूरी पर ही 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट भी बरामद किया गया था.
डॉक्टर मुजम्मिल के पास से पुलिस नेे एसॉल्ट राइफल 83 गोलियां सहित दो मैगजीन, एक पिस्टल और इसके कुछ जिंदा कारतूस, दो खाली खोखे और पिस्तौल की एक मैगजीन बरामद की गई थी. आतंकी मुजम्मिल तीन साल से फरीदाबाद में रह रहा था. आतंकी मुजम्मिल एक लेडी डॉक्टर के कार का इस्तेमाल करता था और इसकी कार से राइफल बरामद की गई थी. मुजम्मिल को गिरफ्तार होने से 15 दिन पहले विस्फोटक मिला था.

















