कुरुक्षेत्र: अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का आज दूसरा दिन है. शनिवार को हरियाणा के राज्यपाल प्रोफेसर अमीम कुमार घोष ने सरस शिल्प मेले का शुभारंभ किया. इसके बाद उन्होंने खुली जीप में ब्रह्म सरोवर पर आयोजित शिल्प मेले का अवलोकन किया और परम्परागत रूप से गीता पूजन और घंटा बजा कर ब्रह्मसरोवर पर आयोजित होने वाले 21 दिवसीय अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का शुभारंभ किया.
राज्यपाल ने किया गीता महोत्सव का उद्घाटन: इस मौके पर राज्यपाल प्रोफेसर असीम कुमार घोष ने कहा कि “इस बार 10वां अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव कुरुक्षेत्र में 15 नवंबर से शुरू हो रहा है और 5 दिसंबर तक चलेगा. पहली बार 21 दिन तक चलने वाले इस महोत्सव में संस्कृति, ज्ञान और आध्यात्मिकता का अलग ही संगम देखने को मिलेगा. हमारे लिए बड़े ही गर्व और गौरव की बात है कि इस बार 25 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में शामिल होने जा रहे हैं.” उन्होंने कहा कि धर्मक्षेत्र-कुरुक्षेत्र 48 कोस की परिधि में फैला है. इस क्षेत्र में अनेक तीर्थ हैं. कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड द्वारा 182 तीर्थों की पहचान की जा चुकी है.
गीता महोत्सव का आज दूसरा दिन: राज्यपाल ने कहा कि “हमारी धर्मक्षेत्र-कुरुक्षेत्र की इस पावन भूमि को भारतीय संस्कृति की क्रीड़ा स्थली होने का गौरव प्राप्त है. इसी भूमि में पावन सरस्वती के तटों पर वेदों, उपनिषदों और पुराणों की रचना हुई और इसी भूमि को श्रीमद्भगवद्गीता की जन्मस्थली होने का विशेष सौभाग्य प्राप्त हुआ.” उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र की युद्धभूमि में मोह ग्रस्त अर्जुन को भगवान श्रीकृष्ण के मुखारविंद से श्रीमद् भागवत गीता का जो शाश्वत उपदेश दिया गया था, इस वर्ष इस उपदेश को दिए हुए 5,163 वर्ष हो जाएंगे.

















