हरियाणा में एक दिन में पराली जलाने के रिकॉर्ड केस, इस जिले में सबसे ज्यादा घटनाएं; 10 पुलिसकर्मी निलंबित

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चंडीगढ़ : हरियाणा में पराली प्रबंधन को लेकर प्रशासन की सख्ती के बावजूद रविवार को एक ही दिन में पराली जलाने के 47 नए मामलों की पुष्टि हुई। इस सीजन में एक साथ आए मामलों की यह अब तक की सबसे बड़ी संख्या है। सबसे ज्यादा 15 घटनाएं जींद जिले में दर्ज की गईं, जिसके बाद पुलिस विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 10 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया।

जींद के पुलिस अधीक्षक कुलदीप सिंह के अनुसार, पराली जलने की रोकथाम में लापरवाही और क्षेत्रीय निगरानी में कमी पाए जाने पर उचाना थाने के दो, नरवाना सदर थाने के दो, गढ़ी थाने के दो और नगूरां चौकी के चार पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई है। जिले में पराली जलाने को लेकर तीन किसानों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई है। अधिकारियों के मुताबिक, निलंबित कर्मियों में कुछ ऐसे भी शामिल हैं जो आग लगने की घटनाओं के समय प्रदेश से बाहर ड्यूटी पर थे।

पराले जलाने के मामले 563 हुए

इस बीच, प्रदेश में पराली जलाने के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 563 हो गई है। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अनुसार, रविवार को रोहतक में 8, सोनीपत में 7, हिसार में 6, फतेहाबाद और सिरसा में 4-4, जबकि भिवानी, चरखी दादरी और झज्जर में 1-1 मामला दर्ज किया गया।

जींद में सबसे ज्यादा केस

वहीं 15 सितंबर माह से अभी तक जींद में 167, फतेहाबाद में 82, हिसार में 63, कैथल में 56, सोनीपत में 51, रोहतक में 36 और सिरसा में 30 घटनाएं दर्ज हुई हैं। पराली जलाने के सबसे ज्यादा केस जींद में रहे हैं।