करनालः हरियाणा में मौसम का रुख लगातार बदल रहा है. दिन में गर्मी जैसी हल्की तपिश और शाम होते-होते ठंड का तेज अहसास. यही उतार-चढ़ाव लोगों को बीमार कर रहा है. बात अगर करनाल जिले की करें तो जिला नागरिक अस्पताल की फ्लू और जनरल मेडिसिन ओपीडी में पिछले एक सप्ताह से रोज 60–70 लोग खांसी, बुखार, गले में दर्द और सिरदर्द की शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं. इनमें सबसे अधिक प्रभावित बच्चे और बुजुर्ग हैं.
कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता पर मौसम का सीधा वार :वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. कुलबीर के अनुसार “दिन और रात के तापमान में अचानक हो रहा अंतर शरीर को तुरंत स्वीकार नहीं होता, जिनकी इम्युनिटी कम होती है, वे जल्दी संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं. बच्चे हल्के कपड़ों में खेलकूद में व्यस्त रहते हैं, वहीं बुजुर्गों की कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता उन्हें जल्दी बीमार बना रही है. हवा में मौजूद नमी और धूल के कण भी वायरल और फ्लू के संक्रमण को तेजी से फैलने में मदद कर रहे हैं.”
बढ़ रहे लक्षण-खतरे की घंटी : अस्पतालों में आ रहे अधिकांश मरीजों में सर्दी-जुकाम के साथ गले में सूजन, तेज या हल्का बुखार, बदन दर्द, थकावट और सिर भारी होने जैसी शिकायतें मिल रही हैं. डॉक्टरों का कहना है कि “यह मौसमी संक्रमण भले हल्का हो, लेकिन लापरवाही इसे गंभीर भी कर सकती है.”
- सुबह और शाम बाहर निकलते समय गर्म कपड़े पहनें
- बच्चों को ठंडे पेय, आइसक्रीम और खुली हवा में देर तक खेलने से बचाएं
- पानी हमेशा गुनगुना पिएं
- भीड़भाड़ वाले स्थानों में मास्क का प्रयोग करें
- खांसते-छींकते समय रूमाल या कोहनी का उपयोग करें
- सावधानियां ही इस मौसम में संक्रमण से बचाने का सबसे बड़ा उपाय हैं.

















