अंडरवर्ल्ड का बदलापुर बनेगा चंडीगढ़? लॉरेन्स बिश्नोई और गोल्डी बरार के बीच गैंगवार की शुरुआत या अंत

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चंडीगढ़: सोमवार की शाम चंडीगढ़ में हुई इंद्रजीत सिंह उर्फ पैरी की हत्या के बाद पंजाब और हरियाणा में मौजूद गैंगस्टर नेटवर्क में भूकंप आ गया है. कभी लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बरार में दोस्ती हुआ करती थी, जो अब खुलमखुल्ला गैंगवार में बदल गया है. इंद्रजीत उर्फ पैरी की हत्या के बाद गैंगस्टर गोल्डी बरार ने सोशल मीडिया पर एक ऑडियो क्लिप जारी कर के बिश्नोई पर पैरी की हत्या कराने का आरोप लगाया है. बरार ने खुलेआम धमकी दी है कि अब लॉरेन्स बिश्नोई को कोई नहीं बचा सकता है. इस गैंगवार के बाद चंडीगढ़ सहित पूरे पंजाब-हरियाणा में अलर्ट जारी कर दिया गया है. माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में चंडीगढ़ अंडरवर्ल्ड का बदलापुर कहीं न बन जाए.
उत्तर भारत के सबसे भयावह आपराधिक नेटवर्क लॉरेन्स बिश्नोई-गोल्डी बरार सिंडिकेट में दरार अब खूनी गैंगवार में बदल गई है. सोमवार को चंडीगढ़ में हुई इंद्रजीत सिंह उर्फ पैरी की हत्या को लेकर गोल्डी बरार ने सोशल मीडिया पर एक ऑडियो क्लिप जारी किया है, जिसमें उसने सीधे तौर पर लॉरेंस बिश्नोई पर धोखाधड़ी और हत्या का आरोप लगाया है और भयानक बदले की चेतावनी दी है. बता दें कि इंद्रजीत सिंह उर्फ पैरी कभी लॉरेंस बिश्नोई गैंग का करीबी और भरोसेमंद साथी माना जाता था. दोनों की दोस्ती स्कूल और कॉलेज के जमाने से थी. दोनों की दोस्ती की मिसाल दी जाती थी. लेकिन पैरी की हत्या के बाद लॉरेंस ग्रुप ने साफ किया है कि वह गद्दार था. इसलिए उसकी हत्या की गई.
चंडीगढ़ बनेगा बदलापुर!
इस गैंग पर कड़ी नजर रखने वाले एक पुलिस अधिकारी कहते हैं, दोनों गुट में गैंगवार की शुरुआत पिछले साल नवंबर में तब हुई, जब लॉरेंस के भाई अनमोल बिश्नोई को अमेरिका में गिरफ्तार किया गया. माना जाता है कि इस गिरफ्तारी और गैंग के आंतरिक वित्तीय मामलों को लेकर बिश्नोई और बरार के बीच विश्वास पूरी तरह टूट गया. गोल्डी ने अनमोल की अमेरिका में मदद नहीं की. यहां तक कि उसको वकील भी प्रोवाइड नहीं करवाया. नतीजा यह हुआ कि अनमोल भारतीय जांच एजेंसी एनआईए भारत लेकर आ गई.
कौन था पैरी, जिसको लेकर छिड़ने वाला गैंगवार
कुलमिलाकर गोल्डी और बिश्नोई गैंग में छिड़ी यह गैंगवार केवल चंडीगढ़ तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि इसका असर दिल्ली-एनसीआर, पंजाब और राजस्थान में भी देखने को मिल सकता है, जहां ये दोनों गैंग लंबे समय से फिरौती और अन्य अपराधों के लिए लड़ते रहे हैं. पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आने वाले दिनों में गोल्डी बरार और बिश्नोई गैंग के गुर्गे किस-किस को निशाना बना सकते हैं.