रिंकू की हत्या के बाद आरोपियों की चाल—कहा, ‘एक्सीडेंट हो गया’

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भिवानी। धनाना में शुक्रवार रात रिंकू की हत्या की वारदात छिपाने के लिए आरोपियों ने खुद ही फोनकर रिंकू का एक्सीडेंट होने की जानकारी दी। इसके बाद रिंकू का दोस्त मौके पर पहुंचा।

पुलिस पूछताछ में पड़ोसी सुनील उर्फ सोनू ने बताया रिंकू के भाई का नाम संजय उर्फ सोनू है और रिंकू के फोन में उसका मोबाइल नंबर सोनू के नाम से सेव था। आरोपियों ने रिंकू पर हमले के बाद वारदात छिपाने के लिए सोनू को फोन किया। रात करीब 10.22 बजे यह कॉल रिंकू के भाई को न जाकर उसके मोबाइल पर आई। फोन करने वाले युवक ने कहा कि तेरे भाई का बडेसरा मोड़ पर एक्सीडेंट हो गया है। वह तुरंत मौके पर पहुंचा तो देखा कि वहां रिंकू घायल हालत में तड़प रहा था। उसने डायल 112 पर कॉल कर पुलिस को सूचना दी। रिंकू के भाई संजय को भी बुलाया। इसके बाद रिंकू को जिला नागरिक अस्पताल ले गए।

2022 में पति को छोड़कर रिंकू के साथ रहने आ गई थी महिला

सुनील ने बताया कि रिंकू के बवानीखेड़ा क्षेत्र के एक गांव निवासी एक महिला के साथ नजदीकी संबंध थे। वर्ष 2022 में महिला अपने दो बच्चों के साथ रिंकू के साथ सहमति संबंध में रहने लगी थी। करीब एक सप्ताह घर से बाहर रहने के बाद दोनों गांवों के मौअजिज लोगों ने पंचायत कर आपसी समझौते के बाद दोनों को अलग करवा दिया था। इसके बाद से दोनों का आपस में कोई संपर्क नहीं था लेकिन रिंकू से झज्जर जिले के गांव कोंट निवासी महिला की मां व भाई राहुल रंजिश रखे हुए थे। इसी कारण महिला की मां ने अपनी बेटी, रिंकू व उसके मौसेरे भाई दीपक पर घर में घुसकर मारपीट करने का आरोप लगाया था। इस मामले की झज्जर कोर्ट में सुनवाई चल रही है।

पहली बार फोन आया तो दोस्त ने रोका

सुनील ने बताया कि रिंकू के साथ उसकी बचपन से दोस्ती थी। दोनों हमेशा साथ रहते थे। खाना खाने के दौरान रात करीब 8:50 मिनट पर विक्की का रिंकू को घर से बाहर बुलाने के लिए फोन आया था। तब उसने रोक दिया। रिंकू खाना खाकर अपने घर चला गया। करीब सवा नौ बजे रिंकू के पास फिर से विक्की का फोन आया और वह बाहर चला गया। रिंकू के शरीर का ऐसा कोई हिस्सा नहीं था जिस पर चोटें न हों। रिंकू ने अस्पताल में जाते समय उसे यह सब बताया था।

18 नवंबर को पेशी के दौरान ने रिंकू को दी थी मारने की धमकी
सुनील ने बताया कि मारपीट मामले में 18 नवंबर को झज्जर कोर्ट में रिंकू की पेशी थी। इस दौरान आरोपी और उसके दोस्त रोहतक जिले के गांव सुंगरपुर निवासी दीपक ने रिंकू को जान से मारने की धमकी दी थी। रिंकू ने धमकी को ज्यादा गंभीरता से नहीं लिया था।
डॉक्टरों पर समय से इलाज न करने का आरोप
सुनील ने बताया कि जिला नागरिक अस्पताल से रेफर करने के बाद जब वे रिंकू को लेकर रोहतक पीजीआई पहुंचे तो डॉक्टरों ने आपस में झगड़ना शुरू कर दिया। बेहोश रिंकू को संभालने की बजाया पीजीआई के ट्राॅमा सेंटर में डॉक्टर आपस में बहस करते रहे। इसी दौरान रिंकू ने दम तोड़ दिया। रिंकू को समय पर इलाज मिलता तो उसकी जान बच सकती थी।