उचाना गांव का स्टेडियम सुविधाहीन, खिलाड़ियों को दिक्कत

SHARE

करनाल। उचाना गांव में चहारदीवारी से घिरा मैदान आपको किसी भी स्तर पर खेल स्टेडियम के होने का अहसास नहीं कराएगा। खिलाड़ी तो दिखते हैं लेकिन सुविधाएं शून्य हैं। ट्रैक ऊबड़खाबड़ है। वॉलीबॉल कोर्ट में बस दो पोल बड़े हैं, न नेट है न ही कोर्ट। यह स्टेडियम फील्ड एवं ट्रैक के सभी खेलों का अभ्यास करने के लिए बनाया गया था। अन्य खेलों के लिए सूविधाएं ढूंढते रह जाएंगे।

शहर के वार्ड-20 के उचाना गांव में बने पंडित चिरंजीलाल शर्मा खेल स्टेडियम बदहाल है। खेल मैदान में पीने के पानी का वाटर कूलर तो लगा है, लेकिन इसमें पानी नहीं है। स्टेडियम में शौचालय बनाया ही नहीं गया है। महिला खिलाड़ियों को काफी समस्या होती है। दौड़ने के लिए ट्रैक कच्चा और ऊबड़खाबड़ है। खेल परिसर की ओर जाने वाला रास्ता पर गंदगी पड़री रहती है। खेल मैदान के चारों ओर झाड़ियां उगी हुई हैं। लाइट के स्विच खुले पड़े हैं। वॉलीबॉल के लिए लगे पोल पर नेट नहीं है। पोल जंग खा चुके हैं। स्टेडियम के प्रवेश द्वार पर लिखा पंडित चिरंजीलाल शर्मा खेल स्टेडियम भी मिट चुका है। खेल परिसर में करीब 200 खिलाड़ी अभ्यास करने आते है। बारिश में पूरे स्टेडियम में पानी जमा हो जाता है। यह स्टेडियम फील्ड एवं ट्रेक के सभी खेलों का अभ्यास करने के लिए बनाया गया था। स्टेडियम के प्रति बेरुखी इससे भी दिखती है कि परिसर में सीवरेज पाइपलाइन के लिए आए पाइप रखे हुए हैं।

विभाग से कम मिलता है सहयोग

नौकायन में राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश के लिए कई पदक जीत चुके खिलाड़ी अनुज ने बताया कि खेल विभाग की ओर से गांव में स्टेडियम तो बनाया गया है, लेकिन इसमें सुविधाएं नहीं दी गईं। उन्होंने कहा कि यह स्टेडियम गांव के अंदर ही बना हुआ है। पार्षद पर देखभाल की जिम्मेदारी है। न वह ध्यान देते हैं न ही खेल विभाग। गांव के लोग सुविधाओं के नहीं होने की कई बार शिकायत कर चुके हैं।

महिला खिलाड़ियों को होती है दिक्कत

खेल विभाग की ओर से नियुक्त कोच पायल ने बताया कि स्टेडियम को बने करीब 5 साल हो चुके हैं। यहां पर न तो कोई चौकीदार है और न ही सफाईकर्मी। गांव के लोग मिलकर मैदान की साफ-सफाई करवाते हैं। स्टेडियम में कोई शौचालय नहीं है। महिला खिलाड़ियों को काफी दिक्कत होती है।

खिलाड़ियों की समस्याओं के बारे में निगम में प्रस्ताव रखा जा रहा है। स्टेडियम में खिलाड़ियों को लिए जल्द से जल्द शौचालय बनाया जाएगा। अभी स्टेडियम में लगी लाइट को ठीक करवाया है। मैदान में ट्रैक को जल्द से जल्द ठीक कराया जाएगा।