धार्मिक मान्यता: शुक्र तारा अस्त, मलमास में मांगलिक कार्य वर्जित

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तोशाम। इस माह मंगलवार से मलमास शुरू हो चुका है और शुक्र तारा अस्त हो गया है। मलमास के शुरू होने और शुक्र तारा अस्त होने के कारण अब करीब डेढ़ महीने तक विवाह, गृह प्रवेश, नींव पूजन, देव प्रतिष्ठा, मुंडन संस्कार और नए व्यापार प्रारंभ जैसे सभी मांगलिक और शुभ कार्य वर्जित रहेंगे।

पंडित श्रीकांत शर्मा दुल्हेड़ी वाले ने बताया कि गत सोमवार सुबह आठ बजे शुक्र तारा पूर्व दिशा में अस्त हो गया जो 31 जनवरी तक उदित नहीं होगा। मंगलवार तड़के 4:20 बजे से मलमास शुरू हुआ और यह 14 जनवरी दोपहर 3:07 बजे तक रहेगा। श्रीकांत शास्त्री ने कहा कि 31 जनवरी तक केवल बसंत पंचमी पर 23 जनवरी को अबूझ सावा व मुहूर्त है लेकिन उस दिन भी तारा अस्त होने के कारण शुभता सीमित रहेगी।

14 जनवरी को सूर्यदेव का मकर राशि में प्रवेश होगा जिससे मौसम में बदलाव शुरू हो जाएगा और धूप में तेजी आएगी। शुभ कार्य जनवरी के बाद ही प्रारंभ होंगे।

25 जुलाई से 20 नवंबर तक रहेगा चातुर्मास

श्रीकांत शास्त्री ने बताया कि नया साल अधिकमास वाला रहेगा जिसमें दो ज्येष्ठ माह होंगे। पहला ज्येष्ठ माह 2 मई से 29 जून तक रहेगा यानी 59 दिनों का होगा। इस दौरान विवाह नहीं होंगे। इसके अलावा 14 मार्च से 13 अप्रैल तक खरमास रहेगा जबकि 25 जुलाई से 20 नवंबर तक चातुर्मास रहेगा जिसमें भी विवाह वर्जित रहेंगे।

अगले साल कुल 65 विवाह मुहूर्त, फरवरी में सर्वाधिक 13 मुहूर्त

श्रीकांत शास्त्री ने बताया कि अगले साल कुल 65 विवाह मुहूर्त पड़ेंगे। नए साल का पहला विवाह मुहूर्त चार फरवरी को है और अंतिम शुभ तिथि 12 दिसंबर को होगी। फरवरी 2026 में सबसे अधिक 13 मुहूर्त बन रहे हैं। मार्च, अप्रैल और मई में 8-8 मुहूर्त, जून में 7, जुलाई में 4, नवंबर में 4 और दिसंबर में 7 शुभ तिथियां हैं। ग्रह-नक्षत्रों की चाल के अनुसार ये सभी तिथियां विवाह के लिए अनुकूल मानी गई हैं।

ये रहेंगे विवाह मुहूर्त

फरवरी: 04, 5, 6, 8, 10, 12, 14, 19, 20, 21, 24, 25, 26

मार्च: 1, 3, 4, 7, 9, 11

अप्रैल: 15, 20, 21, 25, 26, 27, 28, 29, 30

मई: 1, 3, 5, 6, 7, 8, 13, 14

जून: 19, 20, 21, 22, 23, 24, 25, 26, 27, 29

जुलाई: 1, 03, 04, 6, 7, 08, 09, 11

नवंबर: 21, 22, 23, 24, 25, 26

दिसंबर: 2, 3, 4, 5, 6, 11, 12