भिवानी : हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने पिछली खामियों से सबक लेते हुए हरियाणा अध्यापक पात्रता परीक्षा (एचटेट) के संचालन का जिम्मा सरकारी एजेंसी को सौंपने का फैसला लिया है। अगले वर्ष 17 और 18 जनवरी व फिर नवंबर में एचटेट होगा। बोर्ड प्रदेश की अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तर्ज पर ही सरकारी एजेंसियों को एचटेट संचालन की सुरक्षा और निगरानी का जिम्मा देगा।
हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड में 10वीं और 12वीं की उत्तर पुस्तिकाओं की ऑनलाइन स्क्रीनिंग में गड़बड़ी की आशंका जताई गई है। वर्तमान बोर्ड चेयरमैन ने पूर्व चेयरमैन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि नियमों की अनदेखी कर गलत लाभ पहुंचाया गया। डॉ. पवन कुमार ने बताया कि पूर्व चेयरमैन ने लगभग 11 लाख 80 हजार रुपये में स्कॉच अवॉर्ड खरीदा था। अब पूरे मामले की जांच विजिलेंस को सौंप दी गई है।
बोर्ड चेयरमैन ने कहा कि वर्ष 2023-24 में 10वीं और 12वीं की वार्षिक परीक्षा की एक लाख उत्तर पुस्तिकाओं की ऑनलाइन स्क्रीनिंग और मार्किंग एक ऐसी फर्म को करवाई गई थी, जिसके पास कोई अनुभव नहीं था। इसके लिए प्रति उत्तरपुस्तिका 70 रुपये का भुगतान किया गया। बोर्ड द्वारा मूल्यांकन के लिए 17-18 रुपये प्रति उत्तर पुस्तिका निर्धारित है। जांच कमेटी मामले की जांच करेगी। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डॉ. पवन कुमार ने बताया कि न्यायालय के आदेशानुसार शिक्षा बोर्ड हर साल एचटेट करवाएगा। जनवरी 2026 में बोर्ड एचटेट संचालन की तैयारियां शुरू कर चुका है। इसके बाद बोर्ड की दसवीं और बारहवीं की परीक्षाएं भी कराई जाएंगी।
डॉ. कुमार ने कहा कि पिछली बार कुछ खामियां रही थीं जिसमें सीसीटीवी कैमरों, फ्रिस्किंग और वीडियोग्राफी में अनियमितताएं पाई गई थीं। इसी कारण बोर्ड ने तय किया कि एचटेट की परीक्षा सुचारू रूप से और सतर्कता के साथ करवाए जाने के लिए केवल सरकारी एजेंसियों को ही जिम्मेदारी दी जाए। एजेंसी को हरियाणा के भौगोलिक वातावरण से परिचित होना आवश्यक है।

















