यमुनानगर: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने यमुनानगर में आयोजित ‘श्री गुरु तेग बहादुर जी के परिवार के शहीदी समागम’ में शिरकत की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने गुरु साहिब और उनके परिवार की महान शहादत को नमन करते हुए समाज के लिए उनके योगदान को याद किया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में आयोजित रक्तदान शिविर का अवलोकन भी किया और सेवा कार्य में जुटे युवाओं का उत्साहवर्धन किया।
समागम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर जी के परिवार का बलिदान दुनिया की सबसे बड़ी शहादत है। यह हमें सिखाता है कि वीरता किसी उम्र की मोहताज नहीं होती। उन्होंने जोर देकर कहा कि वीर साहिबजादों का बलिदान आने वाली कई सदियों तक देश के युवाओं को राष्ट्रभक्ति की राह दिखाएगा।
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि यमुनानगर में बनने वाले नए मेडिकल कॉलेज का नाम ‘हिंद की चादर’ श्री गुरु तेग बहादुर जी के नाम पर रखा गया है। सीएम ने कहा कि साहिबजादों की शहादत को सम्मान देने के लिए हर वर्ष 26 दिसंबर को पूरे देश में ‘वीर बाल दिवस’ श्रद्धा के साथ मनाया जाता है।राज्यव्यापी कार्यक्रम: गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी वर्ष के उपलक्ष्य में हरियाणा सरकार द्वारा 1 नवंबर से 25 नवंबर तक प्रदेश भर में विभिन्न कार्यक्रमों और जागरण यात्राओं का आयोजन किया गया है।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने गुरु साहिब के सम्मान में विशेष डाक टिकट और सिक्का जारी कर उनकी विरासत को वैश्विक पहचान दी है।कार्यक्रम में आयोजित रक्तदान शिविर का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि मानवता की सेवा ही सबसे बड़ी पूंजी है और यही गुरु साहिब की मुख्य शिक्षा भी है। आज हम उस महान विरासत को नमन करने के लिए एकत्रित हुए हैं, जिसने मानवता, धर्म और सत्य की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व अर्पण कर दिया। हरियाणा सरकार गुरु साहिब के विचारों को जन-जन तक पहुँचाने के लिए प्रतिबद्ध है।

















