भिवानी। चैहड़ कलां चौकी पुलिस द्वारा पकड़े गए 10 ऊंटों को कोर्ट के आदेश के बाद सुरक्षित भगवान महावीर ऊंट सेंचुरी, सिरोही (राजस्थान) भेज दिया गया है। कोर्ट ने इस मामले में आरोपियों की सुपुर्दगी याचिका को खारिज करते हुए ऊंटों के कल्याण को सर्वोपरि माना। जानकारी देते हुए गोरक्षा दल भिवानी के प्रधान संजय परमार ने बताया कि तीन दिसंबर को चैहड़ कलां चौकी पुलिस ने एक कैंटर को रोका था जिसमें 10 ऊंटों को बेहद क्रूर तरीके से ठूंस-ठूंसकर भरा गया था।
इस दौरान कैंटर चालकों में समुदाय विशेष का एक व्यक्ति भी पकड़ा गया। जांच में सामने आया कि ऊंटों को उत्तर प्रदेश में कटाई के लिए ले जाया जा रहा था। पुलिस ने चैहड़ कलां के एक स्थानीय व्यक्ति सहित तीन-चार अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया। हालांकि ऊंटों की कटाई रोकने के लिए कड़े विशिष्ट कानूनों के अभाव में आरोपियों को तुरंत जमानत मिल गई। इसके बाद आरोपियों ने लोहारू कोर्ट में ऊंटों की सुपुर्दगी पाने के लिए याचिका दायर की।
गोरक्षा दल को जब आरोपियों द्वारा ऊंटों को वापस लेने के प्रयास की सूचना मिली तो उन्होंने ध्यान फाउंडेशन दिल्ली के अध्यक्ष सुदर्शन कौशिक और सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता चेतन शर्मा से कानूनी मदद ली। सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता चेतन शर्मा की पैरवी के बाद कोर्ट ने आरोपी की याचिका खारिज कर दी और ऊंटों की कस्टडी भगवान महावीर ऊंट सेंचुरी सिरोही (राजस्थान) के अध्यक्ष सुरेंद्र जैन के पक्ष में देने का आदेश सुनाया। कोर्ट के आदेश के तुरंत बाद सुरेंद्र जैन द्वारा राजस्थान से विशेष ट्रक मंगवाया गया। सभी 10 ऊंटों को सुरक्षित तरीके से ट्रक में लोड कर सिरोही स्थित सेंचुरी भेजा गया, जहां उनकी उचित देखभाल और संरक्षण सुनिश्चित किया जाएगा।