कैथल : थाना पुंडरी क्षेत्र के गांव पाई व जटेडी रोड पर जमीनी विवाद की पुरानी रंजिश के दोहरे हत्याकांड मामले में स्पेशल डिटेक्टिव युनिट द्वारा 3 अन्य आरोपियों को काबू किया गया है, जबकि दो आरोपी पहले गिरफ्तार किए जा चुके है, जिन्हे 26 दिसंबर तक पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
डीएसपी गुरविंद्र सिंह ने बताया कि तेजेन्द्र उर्फ तेजी निवासी गांव पाई की शिकायत अनुसार उसके परिवार व गांव के ही चेला राम के परिवार के बीच पिछले करीब 14–15 सालों से जमीन को लेकर विवाद चला आ रहा है। इसी विवाद के चलते वर्ष 2012 में हुए झगड़े में चेला राम के परिवार के दो सदस्यों की मौत हो गई थी, उस मामले में उनके परिवार के कई सदस्यों को सजा हुई थी तथा वर्ष 2018 में वो सभी हाईकोर्ट से जमानत पर रिहा हुए थे। 19 दिसंबर की सुबह करीब 9:30 बजे वह अपने ताऊ के लड़के सुनील के साथ गांव की गली में खड़ा था। उसी दौरान उसके ताऊ भाना श्मशान वाले खेत से घर लौट रहे थे। जब भाना गांव में पहुंचे तो दो मोटरसाइकिलों पर सवार चार युवक हथियार लहराते हुए आए और भाना पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं, जिससे वह गंभीर रूप से घायल होकर गिर पड़ा और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। आरोपियों ने मौके पर धमकी देते हुए कहा कि उन्होंने परिवार के एक अन्य सदस्य राजेन्द्र पुत्र ओमप्रकाश को भी गोली मार दी है और उसकी लाश जटेडी रोड के खेतों में पड़ी है। इसके बाद आरोपी फरार हो गए। परिजनों द्वारा मौके पर जाकर देखने पर राजेन्द्र की स्कूटी सड़क पर खड़ी मिली और कुछ दूरी पर खेतों में उसकी गोली लगी लाश बरामद हुई। जिस बारे थाना पूंडरी में हत्या का मामला दर्ज किया गया।
डीएसपी ने बताया मामले की गहनता को देखते हुए एसपी उपासना द्वारा जिले की सभी क्राईम युनिट स्पेशल डिटेक्टिव युनिट, सीआई-1, एंटी व्हीकल थेफ्ट स्टाफ सहित थाना पूंडरी पुलिस को आरोपियों की गिरफ्तारी के आदेश दिए गए थे। पुलिस द्वारा दी जा रही लगातार दबिश व पुलिस दबाव के चलते दो आरोपियों पाई निवासी राहुल व विजय द्वारा 20 दिसंबर को थाना पूंडरी में आत्मसमर्पण किया गया। जिन्हे नियमानुसार स्पेशल डिटेक्टिव युनिट द्वारा गिरफ्तार करते हुए 26 दिसंबर तक 5 दिन पुलिस रिमांड पर लिया गया था। आरोपियों से की गई पूछताछ उपरांत एसडीयु प्रभारी इंस्पेक्टर रमेशचंद की अगुवाई में एसआई विरेंद्र सिंह की टीम द्वारा आरोपी जिला झज्जर के गांव बहु निवासी कुलदीप, जिला रेवाड़ी के गांव बेहला निवासी रविंद्र उर्फ रवि तथा गांव काकौत निवासी सन्नी को काबू कर लिया गया।
आरोपियों से पूछताछ दौरान खुलासा हुआ कि आरोपी राहुल व कुलदीप गुरुग्राम किसी कंपनी में इकट्ठे काम करते थे, जिनकी गहरी दोस्ती थी। कुलदीप अकसर गांव पाई में राहुल के पास आता रहता था तथा राहुल ने करीब 6 महीने पहले कुलदीप के साथ दुसरे पक्ष के लोगों की हत्या का प्लान बनाया तथा 5 लाख रुपए देने की बात भी कही। मामले में मृतक राजेंद्र की हत्या में आरोपी कुलदीप अन्य आरोपियों के साथ था तथा राजेंद्र की हत्या करने उपरांत वह राहुल से 8 हजार रुपए लेकर चला गया। आरोपी रविंद्र अन्य आरोपी कुलदीप व राहुल का दोस्त है, जो रविंद्र ने उन्हें बागपत युपी से एक अवैध असला दिलवाने में सहायता की थी।
आरोपी सन्नी आरोपी राहुल व विजय का दोस्त है। आरोपियों को यूपी से अवैध कारतूस सन्नी ने दिलवाए थे। हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी राहुल व विजय काकौत निवासी सन्नी के पास गए तथा सन्नी ने ही उनकी पेहवा किसी जगह छुपने में मदद की थी तथा उनके साथ ही रहा था तथा आरोपी राहुल हत्या की वारदात में प्रयुक्त अवैध पिस्टल भी सन्नी को दे गया था। आरोपी कुलदीप के कब्जे से अवैध देशी पिस्टल व 5 कारतुस तथा आरोपी सन्नी के कब्जे अवैध पिस्टल व 6 कारतूस सहित कुल 2 अवैध पिस्टल व 11 कारतुस बरामद किए गए है। आरोपी कुलदीप अदालत के आदेशानुसार न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया, जबकि आरोपी रविंद्र व सन्नी का न्यायालय से 3 दिन पुलिस रिमांड हासिल किया गया है।

















