संत समागम का भव्य आयोजन: जहरगिरी आश्रम में 2100 किलो मेवों से बना विशाल लड्डू आकर्षण का केंद्र

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भिवानी: हरियाणा के भिवानी में प्रसिद्ध सिद्ध पीठ बाबा जहर गिरी आश्रम में आज श्री श्री 1008 सिद्ध बाबा जहर गिरी महाराज के पाव स्मृति दिवस पर हर साल की तरह वार्षिक भंडारा और संत समागम का आयोजन किया जा रहा है. जिसके लिए श्री महंत डॉक्टर अशोक गिरी महाराज के मार्गदर्शन में तैयारी पूरी कर ली गई है. इस अवसर पर देश-विदेश से भी साधु-संत आएंगे और आश्रम पीठाधीश्वर व इंटरनेशनल श्रीमहंत जूना अखाड़ा डॉ. अशोक गिरि महाराज ने बताया कि “परमहंस बाबा जगह गिरी महाराज के आदर्शों पर चलते हुए इस साल भी विशाल उत्सव होगा. जिसमें हजारों की संख्या में संत-महात्मा और देश-विदेश से श्रद्धालु पहुंचेंगे”.

300 से ज्यादा कारीगर बनाएंगे प्रसाद: छोटी काशी भिवानी में लोग धर्म-कर्म के कार्यों में गहरी आस्था रखते हैं और धार्मिक आयोजनों में बढ़चढ़कर भाग लेते हैं. आज श्रीश्री 1008 सिद्ध बाबा जहर गिरी महाराज के स्मृति दिवस पर भव्य नजारा देखने को मिलेगा. श्री महंत जूना अखाड़ा डॉ. अशोक गिरि महाराज ने बताया कि “भंडारे की व्यवस्था को भव्य स्वरूप देने के लिए प्रसाद निर्माण में दर्जनों हलवाई, लगभग 300 से अधिक कारीगर एवं सेवादार नि:शुल्क सेवाएं दे रहे हैं. बाबा जहर गिरी महाराज की पुण्यतिथि पर देशभर से संतों का यहां पहुंचना इसी श्रद्धा का प्रतीक है. धर्मग्रंथों के अनुसार, साधु-संतों का आशीर्वाद मोक्ष के द्वार खोलने वाला माना गया है. संत महात्मा समागम के दौरान सिद्ध पीठ बाबा जहर गिरी का आशीर्वाद लेंगे.”

खाने में शामिल सामग्री: उन्होंने बताया कि “भंडारे के लिए हरिद्वार से पवित्र गंगाजल मंगवाया गया है. 12 दिन से लगातार देसी घी व एक लाख 51 हजार लीटर गंगाजल से प्रसाद तैयार किया जा रहा है. प्रसाद में कई टन चीनी, घी, मेवा, आटा, बेसन, चावल, दूध, दही, कई प्रकार की सब्जी, फल सामग्री प्रयोग में लाई जा रही है. यही नहीं करीब 33 प्रकार की औषधि युक्त सामग्री भी प्रसाद में शामिल की गई.”

आश्रम सजाने पुणे से आए कारीगर: श्रीमहंत ने कहा कि “आश्रम को सजाने के लिए स्पेशल पुणे से भक्त कारीगर आए हैं. अनेक प्रकार की रंग बिरंगी लाइट प्रकाश से सिद्ध पीठ बाबा जहर गिरी आश्रम जगमगाने लगा है. दिल्ली, कोलकाता, मुंबई , गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश व उत्तर प्रदेश के फूलों से सिद्ध पीठ बाबा जहर गिरी आश्रम सजाया जा रहा है. देश भर से आने वाले संत महात्माओं का शहर में जगह-जगह लोग स्वागत करेंगे”.

बनेगा प्रसाद: उन्होंने बताया कि “प्रसाद निर्माण में लगभग 400 क्विंटल चीनी, 170 क्विंटल घी, 150 क्विंटल आटा पूरी के लिए, 76 क्विंटल तंदूर व तवे की रोटियां, 33 क्विंटल चावल, 190 क्विंटल बेसन आटा तथा लगभग 2100 किलोग्राम मेवे के लड्डू बनाए जा रहे हैं. इसके अतिरिक्त सब्जी, कढ़ी और चावल में भी कई क्विंटल घी का प्रयोग किया जाएगा. यह विशाल भंडारा और विराट संत समागम न केवल धार्मिक आस्था को मजबूत करेगा, बल्कि सामाजिक समरसता और सेवा भाव का भी संदेश देगा..