बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) की बड़ी पहल के तहत रामगंगा नगर सेक्टर-2 में बन रही रामायण वाटिका अब शहर का नया धार्मिक और पर्यटन स्थल बनने जा रही है. यहां भगवान श्रीराम की 51 फीट ऊंची कांस्य प्रतिमा लगाई जा रही है. यह वाटिका करीब 33 हजार वर्ग मीटर क्षेत्र में फैली हुई है. बीडीए के अधिकारियों के अनुसार, प्रतिमा स्थापना का काम अब अंतिम चरण में है और सात दिनों में पूरी तरह तैयार से तैयार हो जाएगा.
बरेली विकास प्राधिकरण लंबे समय से शहर को धार्मिक और पर्यटन के मानचित्र पर लाने की योजना पर काम कर रहा है. उसी का हिस्सा रामायण वाटिका परियोजना है. जिसकी लागत लगभग नौ करोड़ रुपये है. बीडीए का उद्देश्य है कि यहां आने वाले लोग न केवल भगवान श्रीराम के दर्शन करें, बल्कि रामायण के सात प्रमुख प्रसंगों को भी झांकियों के रूप में देख सकें. वाटिका में सात झांकियां लगाई जा रही हैं, जिनमें भगवान राम के वनगमन, सीता हरण, रावण वध, और अयोध्या वापसी जैसे प्रमुख प्रसंगों को जीवंत किया जाएगा.
प्रसिद्ध मूर्तिकार राम सुतार ने तैयार की प्रतिमा
प्रत्येक झांकी के साथ गोस्वामी तुलसीदास की चौपाइयां भी अंकित की जा रही हैं, ताकि श्रद्धालु रामायण के भावों को महसूस कर सकें. भगवान श्रीराम की यह विशाल प्रतिमा देश के प्रसिद्ध मूर्तिकार राम सुतार ने तैयार की है, जिन्होंने गुजरात में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी बनाई थी. बीडीए ने उन्हें प्रतिमा निर्माण की जिम्मेदारी दी थी. पिछले छह महीनों से नोएडा स्थित उनकी कार्यशाला में कांस्य धातु से मूर्ति ढलाई का काम चलता रहा.
मुख्यमंत्री योगी करेंगे अनावरण
अब प्रतिमा के सभी हिस्से नोएडा से बरेली लाए जा चुके हैं. यहां बीडीए के अभियंताओं ने पापसरोवर के बीच में आधार स्थल तैयार किया था. राम सुतार के बेटे अनिल राम सुतार और उनकी टीम ने प्रतिमा स्थापना शुरू कर दी है. उनका कहना है कि अगले सात दिनों में भगवान श्रीराम की प्रतिमा पूरी तरह लग जाएगी. बरेली विकास प्राधिकरण ने भगवान श्रीराम की प्रतिमा का अनावरण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों कराने की तैयारी की है.
‘धार्मिक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा…’
बीडीए ने मुख्यमंत्री के संभावित आगमन को देखते हुए अपनी अन्य तैयार परियोजनाओं को भी इसी अवसर पर जनता को समर्पित करने की योजना बनाई है. बीडीए के अधिकारियों का कहना है कि यह परियोजना बरेली के लिए धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक बनेगी. शहर के लोगों के साथ-साथ अन्य जिलों और राज्यों से भी श्रद्धालु यहां पहुंचेंगे, जिससे धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा.
रामायण वाटिका में भगवान राम के जीवन प्रसंगों के अलावा धनुर्विद्या प्रशिक्षण की झांकी, सुंदर पौधारोपण और आकर्षक लाइटिंग भी लगाई जा रही है. वाटिका को सजाने-संवारने का काम अब अंतिम दौर में है. बीडीए का दावा है कि वाटिका शुरू होते ही बरेली का यह इलाका शहर का नया पर्यटन स्थल बन जाएगा. बीडीए अधिकारियों का कहना है कि इस परियोजना से न सिर्फ बरेली का गौरव बढ़ेगा, बल्कि शहर में धार्मिक पर्यटन, सांस्कृतिक गतिविधियां और स्थानीय रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे.

















