फतेहाबाद: फतेहाबाद जिले में स्टांप घोटाले का मामला सामने आया है। रजिस्ट्री के लिए एक ही स्टांप का दो जगह इस्तेमाल किया गया। रजिस्ट्री के लिए ऐसे 18 मामले सामने आए है जिसमें 9 स्टांप से 18 रजिस्ट्रियां हुई हैं। इसके लिए तीन मोबाइल फोन नंबरों का प्रयोग हुआ है।
बताया जा रहा है कि गड़बड़ी पकड़ में आने के बाद नायब तहसीलदार आशीष कुमार की शिकायत पर तीन मोबाइल फोन नंबरों के मालिकों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है। हालांकि जिन मोबाइल फोन नंबरों का एफआईआर में जिक्र किया गया है, अब वे बंद आ रहे हैं। क्योंकि स्टांप की खरीद करते समय मोबाइल नंबर पर ओटीपी जाता है। इस आधार पर नंबरों पर केस दर्ज किया गया है। जिन नंबरों पर स्टांप खरीदते समय ओटीपी गया था।
नायब तहसीलदार ने शिकायत में बताया है कि वसीकाओं में स्टांप ड्यूटी को लेकर लगाए गए स्टांप पेपर दो बार क्रेता-विक्रेता का नाम बदलकर इस्तेमाल करने की धोखाधडी की गई है। नायब तहसीलदार ने बताया कि दस्तावेजों की जांच में सामने आया है कि इस तरह 8 लाख 60 हजार 675 रुपये की धोखाधड़ी हुई है। 18 रजिस्ट्रियों की अप्वाइंटमेंट मोबाइल फोन नंबर की जांच सूची निकलवाई गई तो दर्ज मोबाइल फोन नंबर से ली गई है। जो कि स्टांप ड्यूटी पर दर्शाए गए मोबाइल नंबर से मेल खाते हैं। इस बारे में फतेहाबाद के शहर थाना प्रभारी ओमप्रकाश ने बताया कि पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है और जांच की जा रही है। तीन मोबाइल नंबरों पर केस दर्ज किया गया है। जल्द ही इनके मालिकों को जांच के लिए बुलाया जाएगा।