फूलों की खूबसूरती में खो जाने का सफर

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करनाल। सर्दियों में गुनगुनी धूप में चारों ओर खिले हुए हों एक से बढ़कर एक रंग-बिरंगे फूल। करनाल में ऐसी जगह का ध्यान नहीं कर पा रहे। नर्सरियों में आजकल ऐसा फूलों का संसार बसा हुआ है। प्रकृति मुस्करा रही है। हर तरफ कतार में सजे गमले, खिले हुए रंग और मिट्टी से उठती सौंधी खुशबू, लोगों को अपनी ओर खींचती है। नर्सरियों में पेटूनिया, पैंसी, कैलेंडुला, फ्लॉक्स, स्वीट पी, वर्बेना, एलिसम, डेलिया, साल्विया, गुलदाउदी जैसे पारंपरिक सर्दियों के फूलों के साथ कुछ खास और महंगे पौधे भी आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। इनमें केलोनचो का पौधा सबसे अलग और सबसे महंगा है। इसकी मांग भी सामान्य फूलों की तुलना में कहीं अधिक है।

बड़ाैलिया नर्सरी के संचालक बलराज ने बताया कि सर्दियों का मौसम फूलों के लिहाज से सबसे बेहतर माना जाता है। इस मौसम में तापमान अनुकूल होने के कारण पौधे जल्दी बढ़ते हैं और लंबे समय तक खिले रहते हैं। यही वजह है कि हर साल दिसंबर से फरवरी तक नर्सरियों में सबसे ज्यादा भीड़ देखने को मिलती है। सुबह से लेकर शाम तक लोग नर्सरियों में पहुंचकर फूलों का चयन करते नजर आ रहे हैं। कोई अपनी बालकनी के लिए छोटे गमलों में रंग-बिरंगे फूल चुन रहा है, तो कोई छत या गार्डन के लिए बड़ी क्यारी तैयार करवा रहा है।

उन्होंने बताया कि पहले लोग सिर्फ गेंदा और गुलदाउदी लेते थे, लेकिन अब स्वीट पी, वर्बेना और एलिसम जैसे फूलों की भी अच्छी मांग है। लोग अपने गार्डन को नया लुक देना चाहते हैं, इसलिए सबसे अलग फूलों की तरफ रुझान बढ़ा है। कोरोना काल के बाद से लोगों का रुझान बागवानी की ओर काफी बढ़ा है। लोग अब फूलों को केवल सजावट का जरिया नहीं, बल्कि मानसिक शांति और सुकून से जोड़कर देखने लगे हैं। सुबह-शाम पौधों की देखभाल करना लोगों की दिनचर्या का हिस्सा बनता जा रहा है।

केलोनचो है खास

कर्ण ग्रीन ग्लोरी नर्सी के संचालक वासु ने बताया कि सर्दियों के फूलों का सीजन हमारे लिए सबसे व्यस्त रहता है। इस बार पेटूनिया, पैंसी और गुलदाउदी की मांग सबसे ज्यादा है। केलोनचो सबसे खास पौधा बनकर उभरा है। इसकी कीमत जरूर ज्यादा है, लेकिन लोग इसे गिफ्ट और सजावट के लिए पसंद कर रहे हैं। मोटी, चमकदार पत्तियों और गुच्छों में खिलने वाले फूलों के कारण यह पौधा हर किसी का ध्यान खींचता है। कीमत सामान्य रूप से 100 से 150 रुपये से शुरू होती है। आकार के हिसाब से दाम बढ़ता है।

बेहतर होता है मानसिक स्वास्थ्य

डाॅ. साैभाग्य कौशिक ने बताया कि फूलों के रंग और खुशबू का मन पर गहरा असर पड़ता है। फूल मनुष्य के मस्तिष्क पर अलग-अलग प्रकार से सकारात्मक प्रभाव डालते हैं। फूलों के रंग व उनकी खुशबू तनाव और कई प्रकार की चिंताओं को खत्म करती है। रंग-बिरंगे फूल मानसिक तनाव को कम करने में भी मदद करते हैं।

फूलों के पौधे कीमत (रुपये में)

पेटूनिया 15 – 25
पैंसी 20 – 30
गेंदा 10 – 20
फ्लॉक्स 15 – 25
स्वीट पी 25 – 40
वर्बेना 20 – 35
एलिसम 15 – 25
डहेलिया 30 – 50
साल्विया 20 – 30
गुलदाउदी 30 – 60
डायन्थस 25 – 40
लोबेलिया 20 – 30
पॉपी 20 – 35
फॉरगेट मी नॉट 25 – 40
नेमेसिया 25 – 45
नेमेसिया 40 – 70
स्टॉक फ्लावर 30 – 50
पैंसेटिया 80 – 150
केलोनचो 120 – 250
डाॅग फ्लावर 20-50
बीगोनिया 30-50