यमुनानगर : गंगा दशहरा के पावन अवसर पर यमुनानगर के प्रसिद्ध बाड़ी माजरा घाट पर एक दर्दनाक हादसा होते-होते टल गया। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले से आए एक ही परिवार के आठ सदस्य स्नान के दौरान पश्चिमी यमुना नहर के तेज बहाव और गहरे पानी में डूब गए। जैसे ही परिवार के सदस्य घाट पर स्नान कर रहे थे। अचानक संतुलन बिगड़ने से एक के बाद एक सभी गहरे पानी में चले गए और मदद के लिए चीखने लगे।
इस भयावह स्थिति को देख वहां मौजूद स्थानीय गोताखोर, मंदिर के पुजारी और कुछ राहगीर तुरंत सक्रिय हो गए। बिना एक पल गंवाए गोताखोरों और पुजारी ने पानी में छलांग लगाई और राहत अभियान शुरू किया। लगभग 15-20 मिनट की मशक्कत के बाद सभी 8 लोगों को नहर से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। इस दौरान स्थानीय लोगों ने भी प्रशासन के पहुंचने से पहले ही एंबुलेंस और प्राथमिक उपचार की व्यवस्था कर दी। सभी घायलों को आनन-फानन में यमुनानगर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि कुछ लोगों की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है, जबकि बाकी सदस्य खतरे से बाहर हैं।
परिवार के सदस्यों का कहना है कि वे गंगा दशहरा के अवसर पर यमुना स्नान और मंदिर में पूजा करने आए थे। पूजा-अर्चना के बाद वे घाट पर स्नान कर रहे थे, तभी यह हादसा हो गया। स्थानीय प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंच गई और घटनास्थल का मुआयना किया। अधिकारी लोगों से अपील कर रहे हैं कि वे गहरे पानी वाले स्थानों पर स्नान करते समय विशेष सावधानी बरतें और स्थानीय नियमों का पालन करें। यह हादसा एक बार फिर यह याद दिलाता है कि पर्व-त्योहारों पर श्रद्धालुओं की भीड़ और असावधानी किसी बड़े हादसे को जन्म दे सकती है। गनीमत रही कि समय रहते बचाव दल ने तत्परता दिखाई और 8 लोगों की जान बचा ली गई।

















