चंडीगढ़: बुधवार को पंजाब यूनिवर्सिटी में हुए छात्रसंघ चुनाव के नतीजों में बड़ा उलटफेर देखने को मिला. पहली बार ABVP ने प्रेसिडेंट पद अपने नाम किया. गौरव वीर सोहल 3 हजार 148 वोटों के साथ विजयी घोषित हुए. इसके अलावा वाइस प्रेसिडेंट का पद SATH पार्टी के अश्मित सिंह ने जीता. सेक्रेटरी पद SOPU के अभिषेक डागर को मिला और जॉइंट सेक्रेटरी आजाद उम्मीदवार मोहित मंडेरना बने.
ABVP के गौरव वीर सोहल बने अध्यक्ष
इस बार प्रेसिडेंट पद के लिए 8 उम्मीदवार मैदान में थे. इसमें गौरव वीर सोहल 3148 वोटों के साथ विजयी हुए. उनके अलावा सुमित कुमार को 2660 वोट, परबजोत सिंह गिल को 1359, मनकीरत सिंह मान को 1184, अरदास को 318, जोबनप्रीत सिंह को 198, नवनीत कौर को 136, और सीरत को 422 वोट मिले. 188 ने NOTA का बटन दबाया.
गौरव वीर ने शुरू से बनाई बढ़त
लुधियाना के गिल गांव के रहने वाले गौरव वीर सोहल, पीयू के लॉ डिपार्टमेंट में पीएचडी स्कॉलर हैं. चुनाव की शुरुआत से ही उनकी स्थिति मजबूत दिखी. गिनती के शुरुआती राउंड से ही गौरव ने सुमित शर्मा पर बढ़त बना ली थी, जो अंत तक कायम रही. गौरव की यह जीत एकतरफा रही.
‘यूनिवर्सिटी के रैंक को अच्छा करना प्राथमिकता’
ईटीवी भारत से बातचीत में गौरव वीर सोहल ने कहा “मेरी पहली प्राथमिकता यूनिवर्सिटी के गिरते रैंक को उठाने की है. उसके लिए हम अतिरिक्त कैलिकुरम एक्टिविटी और बेहतर प्लेसमेंट पर फोकस करेंगे. सेंटर प्लेसमेंट हमारा विजन है. अगर कोई बच्चा यहां पर चार से पांच साल लगा कर जा रहा है, तो उसका फ्यूचर सेफ होना चाहिए. हम विद्यार्थियों के हित में खड़े होकर काम करेंगे. अगर यूनिवर्सिटी प्रशासन की तरफ से कोई तुगलकी फरमान दिया जाता है, तो उसका विरोध किया जाएगा. हमारा यहां मुख्य काम काउंसिल में साइक्लिक रिजरवेशन को लेकर है. काउंसिल में कम से कम एक सीट छात्राओं के लिए रिजर्व होनी चाहिए.”
अध्यक्ष पद के लिए चुनाव में वोटों का गणित
प्रत्याशी का नाम | संगठन | मिले वोट |
गौरव वीर सोहल | ABVP | 3148 |
सुमित शर्मा | SF | 2660 |
प्रभजोत सिंह गिल | NSUI | 1359 |
मनकीरत सिंह मान | ASAP | 1184 |
गठबंधनों की राजनीति फेल
इस बार के चुनाव को गठबंधनों का चुनाव माना जा रहा था, क्योंकि मैदान में छह अलग-अलग गठबंधन उतरे थे. लेकिन नतीजों ने साफ कर दिया कि इस बार गठबंधनों की नहीं, बल्कि दमदार चेहरों की राजनीति चली. गौरव एक पंजाबी चेहरा थे और उन्होंने छात्रों को दो अलग-अलग रणनीतियों से जोड़ने में सफलता पाई. यह बात उनके वोटों से भी साबित हो गई. अब जानें उपाध्यक्ष से लेकर संयुक्त सचिव तक जानिए कौन जीता.
उपाध्यक्ष पद- किसे कितने वोट मिले?
- अश्मीत सिंह (सत्थ) – 3478 वोट
- नवीन कुमार (ABVP फ्रंट) – 2828 वोट
- नवदीप सिंह (HSRP) – 2074 वोट
सचिव पद- किसे कितने वोट मिले?
- अभिषेक डागर (सोपु-जश्न जवांदा ग्रुप) – 3438 वोट
- विशेष आनंद ढाका (इनसो) – 2716 वोट
- कोमलप्रीत कौर (ASAP) – 1735 वोट
संयुक्त सचिव पद- किसे कितने वोट मिले?
- मोहित मंदेरना (निर्दलीय) – 3138 वोट
- आर्यन वर्मा (हिम्सू) – 2820 वोट
- सिद्धार्थ बूरा (पुसू) – 2074 वोट
- NSUI को झटका, अंदरूनी बगावत बनी हार की वजह
NSUI को मिली करारी हार
पिछले साल NSUI से बागी होकर अनुराग दलाल ने पहली बार निर्दलीय अध्यक्ष बनकर इतिहास रचा था. इस बार वह फिर से NSUI में लौटे, लेकिन यूनियन में इस बार अंदरूनी बगावत और खींचतान देखने को मिली. इसका असर नतीजों पर साफ दिखा और NSUI को करारी हार का सामना करना पड़ा.