कैथल : कैथल जिले के देवबन गांव में फसल अवशेषों को जलाने की पहली घटना सामने आने के बाद प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की है। हरसेक प्रणाली से मिली सूचना पर अधिकारियों ने मौके का निरीक्षण किया और संबंधित किसान पर 5 हजार रुपये का जुर्माना लगाते हुए रेड एंट्री दर्ज की। इसके साथ ही घटना को लेकर FIR भी दर्ज की गई है।
जिला उपायुक्त प्रीति ने बताया कि फसल अवशेषों को जलाना पर्यावरण और मिट्टी की उर्वरा शक्ति दोनों के लिए हानिकारक है। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे अवशेष प्रबंधन के आधुनिक तरीकों को अपनाकर अपनी आय में वृद्धि करें।
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले वर्ष इस अवधि तक 95 घटनाएं दर्ज की गई थीं, जबकि इस बार जिले में ऐसी घटनाओं में उल्लेखनीय कमी आई है। प्रशासन ने सभी गांवों में निगरानी बढ़ा दी है। अधिकारी और विभागीय टीमें लगातार गांव-गांव जाकर किसानों को जागरूक कर रही हैं ताकि फसल अवशेष प्रबंधन को प्रभावी रूप से लागू किया जा सके और पर्यावरण की रक्षा हो सके।

















