एबीवीपी ने प्रदर्शन कर मृतिका छात्रा के परिजनों को न्याय दिलाने की मांग करते हुए किया प्रदर्शन
फीस के दबाव के चलते छात्रा का आत्महत्या करना समाज के लिए दुख एवं चिता का विषय : सचिन शेखावत
आरोपियों की गिरफ्तारी जल्द नहीं हुई तो अन्य बहनों में पढ़ाई के प्रति पैदा होगा डर व संकोच : प्रिंयकल शर्मा
भिवानी:
भिवानी जिला के गांव सिंघानी के एक महाविद्यालय में अनुसूचित जाति वर्ग की छात्रा आत्महत्या मामले में मृतिका के परिजनों को न्याय दिलाने की मांग को लेकर आंदोलन लगातार जारी है। इसी कड़ी में अब अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने गांव सिंघानी में विरोध प्रदर्शन किया तथा मृतिका पर फीस के लिए दबाव बनाने वाले सभी आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी, एससी-एसटी एक्ट, पीडि़त परिवार को आर्थिक सहायता व एक परिजन को नौकरी दिए जाने की मांग उठाई। विरोध प्रदर्शन के दौरान महाविद्यालय प्रशासन द्वारा महाविद्यालय के बाहर असामाजिक तत्व बुलाए गए और उन्होंने पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं के साथ हाथापाई की।
इस मौके पर एबीवीपी जिला संयोजक सचिन शेखावत ने कहा कि एक तरफ तो सरकार बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा देती है, वही दूसरी तरफ पढऩे की इच्छा रखने वाली बेटियों पर फीस का दबाव बनाकर उन्हे आत्महत्या के लिए मजबूर किया जा रहा है, यह बहुत ही गंभीर अपराध है। सरकार को तुरंत प्रभाव से इस मामले की जांच कर आरोपियों को जल्द से जल्द गिफ्तार करना चाहिए, ताकि कोई अन्य बेटी फीस की भेंट ना चढ़े।
एबीवीपी जिला संयोजक सचिन शेखावत ने कहा कि बीते 24 दिसंबर को सिंघानी के एक महिला महाविद्यालय की छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इस मामले की सूचना 25 दिसंबर की रात को छात्रा के परिवारजनों द्वारा पुलिस को दी गई तथा शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। जिसके बाद 27 दिसंबर को छात्रा के पिता ने पुलिस को शिकायत दते हुए महाविद्यालय चेयरमैन, मैनेजमेंट, कार्यरत्त अधिकारी एवं आरोपी की जानकारी दर्ज करवाई गई। शिकायत के लगभग पांच दिन बाद आरोपी को जिला दादरी से गिरफ्तार किया गया। जिसमें पुलिस का ढुलमुल रवैय साफ नजर आता है। उन्होंने बताया कि फीस के दबाव के चलते छात्रा का आत्महत्या जैसा कदम उठाना पूरे समाज के लिए दुख एवं चिंता का विषय है।
इस मौके पर सीबीएलयू इकाई अध्यक्ष प्रियंकल शर्मा व लोहारू नगर की कार्यकर्ता ज्योति ने कहा कि छात्रा की आत्महत्या का मामला गंभीर मुद्दा है। इससे अन्य छात्राओं में भी पढ़ाई के प्रति डर व संकोच की भावना पैदा होगी। ऐसे में इस प्रकरण की पूरी तरह से निष्पक्ष जांच होनी चहिए तथा मामले में आरोपी महाविद्यालय के चेयरमैन, मैनेजमेंट व अन्य सभी आरोपियों के खिलाफ एससी-एसटी का मामला दर्ज कर गिरफ्तारी करनी चाहिए। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती, एबीवीपी का संघर्ष जारी रहेगा।
इस अवसर पर लोहारू नगर मंत्री अंशु सांगवान,पंकज अमीरवास, पिंकी, नीतू, ज्योति रोढ़ा, श्रुति,प्रिंस, राहुल, मनीष, रवि, अंकुश, रवि वारिया व अन्य विद्यार्थी मौजूद रहे।