ऑल इंडिया कार डीलर्स एसोसिएशन की सरकार से मांग, बोले- “पुरानी कारों पर 18% टैक्स भारी, नहीं मिली राहत तो कारोबार ठप”

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पंचकूला: केंद्र सरकार द्वारा नई कारों में जीएसटी घटाते हुए राहत दी गई, लेकिन पुरानी गाड़ियों की खरीद पर ऐसी कोई राहत नहीं दी गई है. ऐसा होने से देशभर में पुरानी गाड़ियों की खरीद फरोख्त का बिजनेस कर रहे व्यापारियों को बड़ा घाटा हो रहा है. ऑल इंडिया कार डीलर्स एसोसिएशन द्वारा सरकार से पुरानी गाड़ियों पर भी जीएसटी घटाने की मांग की गई है.

ऑल इंडिया कार डीलर्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय प्रेसिडेंट जेएस न्योल ने इस संबंध में चंडीगढ़ में मीडिया से रूबरू होते हुए अपनी समस्याएं रखी. उन्होंने बताया कि अपनी मांगों के समाधान के लिए उन्होंने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से भी समय मांगा है.

पुरानी गाड़ियों पर 5% जीएसटी की मांग: एसोसिएशन की 25वीं वार्षिक आम सभा के दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष जेएस न्योल ने कहा कि, “कार बाजार एवं डीलर्स का देश भर में सालाना 4 लाख करोड़ से अधिक का कारोबार है. इससे लाखों लोग रोजी-रोटी कमाते हैं. बावजूद इसके इस क्षेत्र को पूरी तरह अनदेखा किया गया है. सरकार ने पुरानी गाड़ियों की खरीद फरोख्त पर भी 18% जीएसटी लगाया हुआ है, जो पूरी तरह गलत है. जीएसटी की दर को घटाकर 5% करने की हम सरकार से मांग करते हैं. इससे कार बाजार के कारोबारियों को राहत मिलेगी और वे बिना चिंता पारदर्शिता के साथ अपना काम कर सकेंगे.”

टैक्स प्रक्रिया सरल करे सरकार:जेएस न्योल ने केंद्र सरकार से टैक्स प्रक्रिया के सरलीकरण की मांग भी की. उन्होंने कहा कि, “कारों की खरीद फरोख्त के कारोबारियों के लिए टैक्स प्रक्रिया में लचीलापन लाया जाना चाहिए, ताकि कम समय में अधिक सरलता के साथ सभी आवश्यक जरूरतें पूरी हो सकें. यदि कारोबारी पुरानी गाड़ियों पर 18% टैक्स के अलावा इनकम टैक्स, दुकानों का किराया, स्टाफ खर्च और बिजली बिल समेत अन्य प्रकार के खर्च करेंगे तो कमाई कैसे होगी. टैक्स वसूली की प्रणाली को सरल बनाया जाना चाहिए. जब कभी गाड़ी ट्रांसफर होने जाए तो उसके साथ ही टैक्स लिया जाए. ऐसा होने से टैक्स वसूली में कई गुणा बढ़ोतरी होगी.”

चंडीगढ़ में जगह की मांग रखी:ऑल इंडिया कार डीलर्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेएस न्योल ने चंडीगढ़ के कर बाजार से जुड़े कारोबारी के लिए भी सही एवं कानूनी जगह की मांग का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि, “जब हर कारोबार के लिए जगह तय की गई हैं तो फिर कार बाजार के लिए भी ऐसे किसी स्थान को चिन्हित किया जाना चाहिए.” उन्होंने चंडीगढ़ कार बाजार से जुड़े कारोबारियों की मांग को भी उचित मंच पर उठाने का भरोसा दिया.