इस समय नागरिक अस्पताल में केवल माइनर ऑपरेशन किए जा रहे हैं जिससे जिले के मरीजों को परेशानी हो रही है। मरीजों को नजदीकी शहरों या निजी अस्पतालों में जाकर ऑपरेशन करवाने पड़ रहे हैं।
मेडिकल कॉलेज में कक्षाएं तो शुरू हो चुकी हैं, लेकिन अल्ट्रासाउंड, एक्सरे, ऑपरेशन, वार्ड और अन्य स्वास्थ्य सुविधाएं अधूरी पड़ी हैं। इसके अलावा, दवाओं और चिकित्सकों की कमी भी प्रमुख समस्या बन गई है। आयुष्मान योजना के तहत 11 प्रकार के ऑपरेशन बंद होने से भी मरीजों को अधिक परेशानी हो रही है। सरकारी अस्पतालों में ऑपरेशन सुविधाएं न होने के कारण मरीज निजी अस्पतालों पर निर्भर हैं जबकि सरकारी अस्पतालों में ऑपरेशन के लिए सामान बाहर से मंगवाना पड़ रहा है।
हालांकि मेडिकल कॉलेज और नागरिक अस्पताल में मिलाकर पांच आर्थोपेडिक सर्जन और जनरल सर्जन कार्यरत हैं, फिर भी सुविधाओं का अभाव है।
मेडिकल कॉलेज में नव वर्ष से ऑपरेशन की सुविधा शुरू हो जाएगी। इसके लिए प्रक्रिया चल रही है। हम अपने स्तर पर मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं दे रहे हैं। कक्षाएं सुचारू रूप से चल रही हैं, ओपीडी विभाग में मरीजों की जांच भी हो रही है। ऑपरेशन की सुविधा भी जल्द शुरू होगी। सभी स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार जल्द ही किया जाएगा।