करनाल: मंगलवार देर रात करनाल के इंद्री रोड पर उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हो गई. मुठभेड़ में दो बदमाश टांग में गोली लगने से घायल हो गए. जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर तुरंत नागरिक अस्पताल में भर्ती करवाया. जहां पुलिस की निगरानी में उनका इलाज चल रहा है. मामले की जांच जारी है. शुरुआती जानकारी के अनुसार, यह वही बदमाश हैं जो हाल ही में एक शराब के ठेके पर फायरिंग में शामिल थे.
गुप्त सूचना पर की कार्रवाई
डीएसपी राजीव कुमार ने बताया कि “पुलिस को एक गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ संदिग्ध आरोपी, जिन्होंने 2 सितंबर को नेशनल हाईवे 44 पर स्थित शराब के ठेके पर फायरिंग की थी, करनाल के आसपास देखे गए हैं. इसी सूचना के आधार पर पुलिस ने इलाके में दबिश दी. जब पुलिस ने बाइक सवार बदमाशों को रुकने का इशारा किया, तो उन्होंने भागने की कोशिश की. जवाब में पुलिस ने चारों तरफ से घेराबंदी की. इसी दौरान बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने फायरिंग की, जिसमें दोनों को गोली लगी.”
सीआईए और फोरेंसिक टीम ने जुटाए सबूत
घटना की गंभीरता को देखते हुए तुरंत सीआईए और फोरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाया गया. दोनों टीमों ने घटनास्थल से सबूत इकट्ठा करने का काम शुरू कर दिया. घटनास्थल पर बदमाशों की बाइक और एक हथियार भी बरामद किया गया है. यह कार्रवाई पुलिस के लिए एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है. पुलिस अब गोलीबारी की दिशा, हथियारों के प्रकार और घटनास्थल पर मिले सुरागों की गहन जांच कर रही है.
गैंग कनेक्शन की जांच में जुटी पुलिस
पुलिस को संदेह है कि गिरफ्तार दोनों आरोपी कुख्यात गैंगस्टर रोहित गोदारा और गोल्डी बरार गैंग से जुड़े हो सकते हैं. हालांकि पुलिस ने अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है. 2 सितंबर को शराब के ठेके पर हुई गोलीबारी की जिम्मेदारी इन्हीं गैंगों ने सोशल मीडिया के जरिये ली थी. डीएसपी राजीव कुमार ने यह भी जानकारी दी कि इनका एक और साथी अभी फरार है, जिसकी तलाश में पुलिस की कई टीमें जुटी हैं. पुलिस जल्द ही पूरे गैंग के नेटवर्क को उजागर करने का दावा कर रही है.