दुर्व्यवहार के बाद कार्रवाई न होने से आहत हैं अशोक अरोड़ा, सीएम निवास के बाहर दे सकते हैं धरना

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चंडीगढ़ : कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक अशोक अरोड़ा का कहना है कि अगर कुरुक्षेत्र नगर परिषद की बैठक में उनसे हुए दुर्व्यवहार व जानलेवा हमले के प्रयास में कुरुक्षेत्र पुलिस ने शीघ्र कानूनी कार्यवाही नहीं की तो आने वाले दिनों में वह चंडीगढ़ मुख्यमंत्री निवास के सामने एक दिन का सांकेतिक धरना भी भूख हड़ताल रख दे सकते हैं।

कुरुक्षेत्र में 23 की घटना से आहत अशोक अरोड़ा का कहना है जब जनता द्वारा चुने हुए प्रतिनिधियों का अपमान होगा तो वह आमरण अनशन या कंडीशनल त्याग पत्र जैसे कदम भी उठा सकते हैं।अरोड़ा ने कहा कि लोकतांत्रिक प्रणाली की व्यवस्था के अंतर्गत वह जन प्रतिनिधि : विधायक हैं।नगर परिषद की बैठक में वह बतौर विधायक उपस्थित थे।इस मीटिंग में चुनी हुई महिला पार्षदों के पति का हिस्सा लेना गैर कानूनी व अलोकतांत्रिक है। महिला पार्षद के पति द्वारा किए गए हो हल्ला की घटना के बाद जिला प्रशाशन को मीटिंग स्थगित करनी पड़ी।महिला पार्षद के पति द्वारा सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करने व जन प्रतिनिधि के ऊपर हमले के प्रयास का अपराधिक मामला पुलिस को दर्ज करना चाहिए।

अशोक अरोड़ा ने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे पर अपनी शिकायत मुख्यमंत्री से फोन पर व व्यक्तिगत रूप दोनों से की है।भाजपा सरकार को इस तरह के अनैतिक कार्य पर कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए।इस संदर्भ में कांग्रेस के एक दर्जन से अधिक विधायकों के द्वारा हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष हरविंदर कल्याण को भी एक शिकायक की गई है।उन्होंने इस पर उचित जांच व कार्यवाही का आश्वासन दिया है।

अशोक अरोड़ा ने राहुल गांधी के चंडीगढ आगमन व प्रदेश कांग्रेस के दिग्गजों से मुलाकात के कदम को एक लाभकारी कदम बताते हुए दावा किया है कि जल्दी ही नेता प्रतिपक्ष पद भी भरा जाएगा।कांग्रेस संगठन भी आने वाले दिनों में मजबूत बन कर उभरेगा।