चंडीगढ़: कर्मचारी चयन आयोग (SSC), उत्तर पश्चिमी क्षेत्र की ओर से आयोजित संयुक्त स्नातक स्तर (CGL) परीक्षा-2024 में फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र लगाकर सरकारी नौकरी प्राप्त करने की कोशिश की गई। इस मामले में 13 उम्मीदवारों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। यह मामला पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के आदेश के बाद सामने आया है। आरोपियों में से 8 उम्मीदवार हरियाणा के निवासी हैं।
इस संबंध में शिकायत SSC के अंडर सेक्रेटरी धीरज कुमार रंजन की ओर से थाना सेक्टर-3, चंडीगढ़ में दर्ज कराई गई। शिकायत में उल्लेख किया गया कि परीक्षा में RPwD (Rights of Persons with Disabilities) श्रेणी के तहत कुछ अभ्यर्थियों ने दिव्यांगता से संबंधित फर्जी प्रमाण पत्र जमा किए थे। दस्तावेजों की जांच में यह सामने आया कि ये प्रमाण पत्र हरियाणा के जींद और उत्तर प्रदेश के फतेहपुर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी-सह-सिविल सर्जन के कार्यालयों से जारी दिखाए गए थे, जबकि आवेदक इन स्थानों के निवासी नहीं थे।
इस धोखाधड़ी का खुलासा होने के बाद SSC ने 28 जनवरी 2025 को 6 उम्मीदवारों साहिल, सूरज, विजय कुमार, देवेंद्र मोर, अर्जुन और प्रवीण को तीन वर्षों के लिए आयोग से डिबार कर दिया था। हाईकोर्ट ने 11 मार्च 2025 को मामले में संज्ञान लेते हुए FIR दर्ज करने के निर्देश दिए। इसके पालन में 25 जून 2025 को थाना सेक्टर-3, चंडीगढ़ में एफआईआर संख्या 55 के तहत भारतीय दंड संहिता की धाराएं 420 (धोखाधड़ी), 511 (अपराध की कोशिश), 465 (जालसाजी), 468 (धोखाधड़ी के इरादे से जालसाजी) और 471 (फर्जी दस्तावेज का प्रयोग) के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अब आगे की जांच कर रही है कि इस फर्जीवाड़े में किसी अन्य व्यक्ति की संलिप्तता तो नहीं है।
इनके खिलाफ FIR दर्ज हुई
- चौधरी शिव कुमार – लांभा, अहमदाबाद (गुजरात)
- परवीन – मॉडल टाउन, दिल्ली
- अर्जुन – हनुमानगंज, वाराणसी (उत्तर प्रदेश)
- निरंजन कुमार – कन्हौली, पटना (बिहार)
- इंदरजीत – हीरामनपुर, बिहटा, पटना (बिहार)
- निशु – चिड़ी, रोहतक (हरियाणा)
- सतनाम – राम नगर, रोहतक (हरियाणा)
- साहिल – बरोदा, सोनीपत (हरियाणा)
- विजय कुमार – बरोदा, सोनीपत (हरियाणा)
- देवेंद्र मोर – बरोदा, सोनीपत (हरियाणा)
- सूरज – पट्टी अफगान, कैथल (हरियाणा)
- रेणु देवी – सिरसा सिटी (हरियाणा)
- सितु – भैणी ठकुरान, भिवानी (हरियाणा)