हरियाणा : हरियाणा में सीईटी की परीक्षा को लेकर हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) ने सारी तैयारियां कर ली है। कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (सीईटी) में नकल रोकने के लिए भी आयोग की तरफ से एक फैसला लिया गया है। सीईटी में नकल करने वालों पर पहली बार यूएमसी (अनुचित माधन केस) बनेगा। यह परीक्षा के समय या बाद में भी बनाया जा सकेगा।
5 साल तक HSSC की कोई भी परीक्षा नहीं दे पायेगा अभ्यर्थी
परीक्षा खत्म होने के बाद भी आयोग परीक्षा केंद्र में लगे सीसीटीवी के फुटेज की जांच करेगा। यदि इसमें कोई अभ्यर्थी संदिग्ध गतिविधि करते दिखाई दिया, तो उस पर नकल का केस बनाया जाएगा। परीक्षा में नकल या अनुचित साधनों के इस्तेमाल पर अभ्यर्थी 5 साल तक एचएसएससी की कोई भी परीक्षा नहीं दे पायेगा। इन्हें इस समयावधि तक परीक्षाओं के लिए डीबार किया जाएगा। यही नहीं इस बार सीईटी के प्रश्न पत्रों के लिफाफों की सील पहले अभ्यर्थियों को दिखाई जाएगी। एग्जाम सेंटर के हर कमरे में 4-4 सीसीटीवी कैमरे लगें होंगे।
बायोमीट्रिक से लगेगी हाजिरी
परीक्षा में 24 अभ्यर्थियों पर एक टीचर की ड्यूटी होगी। 300 अभ्यर्थियों पर एक सुपरिंटेंडेंट नियुक्त होगा। स्टाफ नकल में संलिप्त मिला तो विभागीय कार्रवाई होगी। अभ्यर्थियों की हाजिरी बायोमीट्रिक व आइरिस से लगाने की तैयारी है। परीक्षा में करीब 13 हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी।
बता दें कि 26 व 27 जुलाई को ग्रुप-C भर्ती के लिए CET एग्जाम होगा। प्रदेश में परीक्षा के दिन सभी स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे। 27 जुलाई को तो रविवार है। ऐसे में स्कूल और कॉलेजों को 26 तारीख यानी शनिवार के दिन छुट्टी रखनी होगी। CET एग्जाम के लिए 13 लाख 47 हजार युवाओं ने आवेदन किया है। इसके लिए 1,350 सेंटर बनाए गए हैं। कैंडिडेट्स को परीक्षा सेंटर तक लाने और ले जाने के लिए मुफ्त बस सुविधा मिलेगी। महिला कैंडिडेट्स के परिवार का एक सदस्य भी मुफ्त में उनके साथ यात्रा कर पाएगा।