भिवानी।
भिवानी में युवक ने शनिवार को हांसी रोड स्थित पंजाब एंड सिंध बैंक में सुरंग खोदकर चोरी की कोशिश की। घटना राज्यसभा सांसद किरण चौधरी की कोठी के सामने की है। युवक बैंक के साथ लगते खाली प्लॉट से सुरंग खोद रहा था। वह साढ़े 3 फीट तक खोद चुका था। चपरासी बैंक में पहुंचा तो इसका खुलासा हुआ।
सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी को काबू कर लिया। पुलिस ने उसके कब्जे से ड्रिल मशीन और अन्य औजार बरामद किए हैं। आरोपी की पहचान हिसार के रहने वाले सत्यवान के रूप में हुई है।
सिविल थाना SHO विशेष कुमार ने बताया कि आरोपी से पूछताछ के बाद पता चला है कि वह काफी पढ़ा लिखा है। उसने पॉलिटेक्निक के बाद मास कम्युनिकेशन में डिग्री की हुई है। वह एक चैनल का पत्रकार भी रह चुका है। पढ़ाई के दौरान उस पर 5-6 लख रुपए कर्ज हो गया था।
पिछले 1 साल से वह बेरोजगार था। कर्ज उतारने के चक्कर में ही उसने बैंक में चोरी करने का शॉर्टकट रास्ता चुना। बैंक के सहायक अधिकारी अश्विनी कुमार जांगड़ा की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है।
चपरासी को ड्रिल मशीन की आवाज सुनाई दी
पुलिस के मुताबिक शनिवार को बैंक की छुट्टी थी। कोई भी कर्मचारी बैंक में नहीं पहुंचा था। सुबह साढ़े 10 बजे के आसपास चपरासी जोगिंदर बैंक को संभालने के लिए पहुंचा। वह बैंक के अंदर गया तो दीवार के अंदर से ड्रिल मशीन चलाने की आवाज आ रही थी। जोगिंदर ने तुरंत इसकी सूचना डायल 112 पर दी।
सूचना मिलते ही डायल 112 की टीम और सिविल लाइन थाना प्रभारी विशेष कुमार अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने आरोपी को मौके पर ही पकड़ लिया। टीम ने जांच की तो पता चला कि बैंक के साथ लगते खाली प्लॉट से सुरंग खोदी जा रही है। प्लॉट में झाड़ियां उगी हुई थीं, इसलिए किसी को युवक के बारे में पता नही चला।
वह बैंक के बाहर लगे बिजली के पोल से डायरेक्ट कनेक्शन लेकर ड्रिल मशीन चला रहा था। जांच के लिए मौके पर सीन ऑफ क्राइम टीम को भी बुलाया गया। आरोपी करीब साढ़े 3 फीट तक सुरंग खोद चुका था।
सत्यवान ने पुलिस को बताया कि पंजाब एंड सिंध बैंक में 7 नवंबर को उसने रेकी की थी। बैंक में खाता खुलवाने व अन्य जानकारी लेने के बहाने आया और पूरी बैंक की रेकी की। रात के समय मशीन की आवाज सुनाई देती है, इसलिए उसने छुट्टी का दिन चुना। दिन में ट्रैफिक होने की वजह से मशीन चलने की आवाज सुनाई नहीं देती।
वह कई दिन से सुरंग खोदने का काम कर रहा था। वह बैंक तक पहुंच ही गया था। अब सिर्फ बैंक के अंदर लगी दीवार तोड़ने के बाद टाइल उखाड़ने का काम रहता था। वह ड्रिल मशीन चला रहा था तो बैंक के अंदर कंपन पैदा हो रही थी। इसकी वजह से बैंक में आए कर्मचारी को शक हो गया।