ED का बड़ा एक्शन, हुड्डा के पूर्व प्रधान सचिव की 14 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क, पत्नी सहित परिवार के अन्य सदस्यों पर भी केस

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चंडीगढ़: ईडी ने हरियाणा में रिटायर्ड आईएएस के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने रिटायर्ड आईएएस की 9 संपत्तियों को कुर्क किया है। यह संपत्तियां चंडीगढ़, नई दिल्ली और गुरुग्राम में स्थित है। जिस रिटायर्ड आईएएस अधिकारी की संपत्तियों को कुर्क किया गया है। वह हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र के प्रधान सचिव रह चुके है।

ईडी ने संपत्तियों के अलावा रिटायर्ड आईएएस का 14.06 करोड़ रुपए का बैंक बैलेंस भी अटैच किया है। यह जानकारी ईडी ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर दी। पोस्ट के मुताबिक अटैच की गई अचल संपत्तियों में 2 घर और 7 अपार्टमेंट शामिल हैं। ये कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति के मामले में की गई है।

ईडी ने 1976 बैच के (सेवानिवृत्त) आईएएस अधिकारी रहे मुरारी लाल के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की थी। एफआईआर में आरोप लगाया गया था कि तायल ने 6 मार्च 2005 से 31 अक्टूबर 2009 तक पूर्व सीएम हुड्डा के प्रधान सचिव के रूप में और 30 नवंबर 2009 से 31 दिसंबर 2014 तक भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग में सदस्य के रूप में (1 जनवरी, 2006 से 31 दिसंबर, 2014 तक की अवधि की जांच) अपने परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर ज्ञात आय के स्रोतों से अधिक संपत्ति अर्जित की थी। इसके बाद ईडी ने कहा कि तायल, उनकी पत्नी सविता तायल और बेटे कार्तिक तायल के वित्तीय मामलों, आयकर रिकॉर्ड और शेयर बाजार के लेन-देन की जांच की दई। जांच में पता चला कि अवैध तरीके से कमाए गए लगभग 14.06 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी अर्जित की थी।

2015 में दर्ज हुई पहली एफआईआर
2014 में केंद्र व हरियाणा में कांग्रेस की सरकार जाने और बीजेपी के सत्ता संभालने के बाद सीबीआई ने 12 अगस्त 2015 को गुरुग्राम के मानेसर जमीन घोटाले में एफआईआर दर्ज की थी। इसी केस को लेकर उस समय सीबीआई ने हरियाणा के कई बड़े अफसरों के यहां रेड की थी। इन अफसरों में एक नाम एमएल तायल का भी था। साल बाद 2017 में सीबीआई ने आय से अधिक प्रॉपर्टी अर्जित करने के आरोप में एमएल तायल, उनकी सविता तायल और परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ अलग से एफआईआर दर्ज की।

एमएल तायल की पत्नी सविता तायल 2012 में सरकारी कॉलेज से बतौर प्रिंसिपल रिटायर हुईं। इसके बाद उन्हें हुड्डा सरकार ने हरियाणा लोकसेवा आयोग का मेंबर बना दिया। वह 2016 में हरियाणा लोकसेवा आयोग से रिटायर हुईं। एमएल तायल सर्विस के दौरान वह अलग-अलग जिलों और विभागों में कई अहम ओहदों पर रहे।

2005 से 2009 तक बतौर मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के पहले कार्यकाल में एमएल तायल उनके प्रिंसिपल सेक्रेटरी थे। उस समय पूरे प्रदेश में तायल की तूती बोलती थी। 2009 में तायल के रिटायर हो जाने के बाद केंद्र की तत्कालीन यूपीए सरकार ने उन्हें 5 साल के लिए कंपटीशन कमीशन आॅफ इंडिया में नियुक्त कर दिया था। केंद्र में नियुक्ति पाने के बाद भी 2009 से 2014 तक हुड्डा के दूसरे कार्यकाल में भी तायल हरियाणा में पावरफुल रहे।