नूंह : जिले में साइबर क्राइम पुलिस ने एक बड़े अभियान के तहत फर्जी सिम कार्ड, फर्जी मोबाइल अकाउंट्स और ऑनलाइन फ्रॉड के मामलों में छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये गिरफ्तारियां गुप्त सूचना के आधार पर की गई रेड के दौरान हुईं, जहां पुलिस ने फर्जी सिम, मोबाइल फोन और संदिग्ध डिजिटल सबूत बरामद किए। पुलिस का कहना कि ये आरोपी आम लोगों को रैपिडो ऐप, सोशल मीडिया विज्ञापनों और फर्जी मैसेज के जरिए ठग रहे थे।
आयुष यादव एएसपी ने बताया कि एक टीम ने कार्रवाई करते हुए अब्बास पुत्र ईसब निवासी रिठट थाना पिनगवां को गिरफ्तार किया। जिससे 6 सिम कार्ड बरामद हुए। आरोपी ने कबूल किया कि वह फर्जी सिम खरीदकर साइबर फ्रॉड करने वालों को सप्लाई करता था। इसी तरह टीम ने इरसाद पुत्र इकबाल निवासी महूं, थाना सदर फिरोजपुर झिरका को 15 सितंबर को नसीरबास-दिल्ली-अलवर रोड पर रेड के दौरान काबू किया, जिससे दो मोबाइल फोन और फर्जी सिम बरामद हुए। फोन में संदिग्ध व्हाट्सऐप चैट, क्यूआर कोड और मनी ट्रांसफर स्क्रीनशॉट मिले। एक सिम पर ऑनलाइन शिकायत भी दर्ज थी, जहां 4000 रुपये की ठगी हुई।
आरोपी ने फर्जी पहचान छिपाकर रैपिडो बुकिंग के नाम पर फ्रॉड किया। इसके अलावा निसार पुत्र खुर्शीद खान निवासी बिरार, थाना कामा, जिला डीग, राजस्थान को गिरफ्तार किया। इनसे दो फोन बरामद हुए, जिनमें फर्जी सिम और संदिग्ध चैट मिली। आरोपी सोशल मीडिया पर सस्ती गाड़ियां, स्कूटर और मोटरसाइकिल बेचने के फर्जी विज्ञापन डालकर लोगों को ठगता था। एक शिकायत में प्रयागराज के पीड़ित से 16,990 रुपये ठगे गए।
वहीं बजाबिर की रैपिडो ठगी व फर्जी मैसेज से रुपए ठगने के आरोप में गिरफ्तार किया है । जाबिर निवासी घासेड़ा थाना सदर नूंह को सलंबा इलाके में रेड कर दबोचा गया, उनसे भी दो मोबाइल फोन बरामद हुए, जिनमें रैपिडो ऐप, क्यूआर कोड और फर्जी क्रेडिट मैसेज मिले। एक सिम पर गाजियाबाद से 3000 रुपये की ठगी की शिकायत दर्ज थी।
आरोपी ने कबूल किया कि वह रैपिडो ऐप से लोगों को झांसे में लेकर फर्जी मैसेज भेजता था। इसके साथ साथ पुराने मामलें में विनय की गिरफ्तारी हुई है। जो साइबर फ्रॉड गिरोह का सदस्य है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि एसआई कमल की टीम ने विनय पुत्र मुकेश निवासी कंवरसीका थाना रोजका मेव को 15 सितंबर को गिरफ्तार किया।
आरोपी एक पुराने फ्रॉड गिरोह का हिस्सा था, जहां फर्जी सिम बेचकर ठगी की जाती थी। इस प्रकार पुलिस ने कुल 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि साइबर फ्रॉड के खिलाफ अभियान जारी रहेगा, और आमजन से अपील की गई है कि संदिग्ध कॉल या मैसेज पर सावधानी बरतें।