फरीदाबाद : फरीदाबाद की ग्रीन वैली में रहने वाली एक महिला ने साइबर फ्रॉड की शिकायत दी थी। उन्होंने आरोप लगाया कि एक कॉलर ने खुद को TRAI का कर्मचारी बताया। साथ ही ठग ने कहा कि आपके आधार, अकाउंट का गलत इस्तेमाल हो रहा। कॉल करने वाले ने पीड़िता की एक कथित पुलिसकर्मी से बात कराई।
उसने बताया कि महिला के आधार नंबर का उपयोग मुंबई में एक खाता खोलने को हुआ है। इसमें लगभग 6 करोड़ का अवैध लेन-देन हुआ है। आपके खिलाफ नरेश गोयल नामक व्यक्ति ने शिकायत दे रखी है और उसके खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं, कि खाते में अवैध धन आया है।
इन अवैध गतिविधियों पर मुंबई में कई एफआईआर दर्ज की गई है। गिरफ्तारी के वारंट भी जारी किए गए हैं और संपत्ति जब्ती के लिए भी वारंट जारी हुए हैं। ठगों ने महिला के पास मामले के संबंध में वारंट भी भेजे। ठगों ने महिला को 11 से 29 नवंबर तक हाउस अरेस्ट रखा और उसके साथ 40 लाख रुपये का फ्रॉड किया। साइबर थाना एनआईटी में शिकायत के बाद केस हुआ।
आरोपियों को कमरा, गाड़ी व अन्य सुविधाएं दिलाता था नीरज डिजिटल अरेस्ट के नाम पर 40 लाख की ठगी के मामले में थाना साइबर टीम ने दो और आरोपी नीरज खंडेलवाल और अब्दुल मजिद खान को जयपुर से पकड़ा है।
आरोपी मजिद खान ने पूछताछ में बतलाया कि वह बैंक खाते के एटीएम कार्ड व मोबाइल सिम को प्राप्त करके आगे अन्य आरोपी के पास पहुंचाने का काम करता था। वह जयपुर में बस से आगे आरोपियों के पास तक जानकारी देता था। आरोपी नीरज ने पूछताछ में बताया कि वह आरोपियों को काम करने के लिए किराये पर कमरा, साथ ही गाड़ी व अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध करता था। जिसके लिए आरोपियों को कमीशन के तौर पर ठगी के पैसों में से हिस्सा मिलता था।