नरवाना : पिछले 2 दिनों से डॉक्टरों से फोन पर फिरौती मांगने के मामले में जिला पुलिस को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। पुलिस कप्तान कुलदीप सिंह (आई.पी.एस.) के अनुसार इस मामले में एक व्यक्ति को राऊंडअप किया गया है और उससे पूछताछ जारी है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा। शुरूआती पूछताछ में खुलासा हुआ है कि आरोपी के खिलाफ अलग-अलग थानों में 4 मुकद्दमें भी दर्ज मिले हैं। नरवाना पुलिस को एक के बाद एक करके कई बड़े मामलों को सुलझाने में बड़ी सफलता मिल रही है।
नरवाना के डी. एस. पी. कमलदीप राणा ने बताया कि नरवाना सी.आई.ए. और जींद सिविल लाइन थाना पुलिस को सूचना मिली कि डॉक्टरों को धमकी देने का आरोपी नरवाना में मोहलखेड़ा गांव के पुल के पास है। इस सूचना के आधार पर पुलिस की टीमें अलग-अलग रास्तों से मोहलखेड़ा पुल के पास पहुंचीं। दोनों तरफ से पुलिस से घिरा हुआ देखकर आरोपी थुआ गांव के अंकित ने अचानक पुल से छलांग लगा दी जिससे उसके पैर में चोट लगी है। पुलिस उसे घायलावस्था में लेकर तुरंत इलाज के लिए नरवाना के नागरिक अस्पताल में पहुंची, जहां से डॉक्टरों ने उसे प्राथमिक उपचार देकर जींद नागरिक अस्पताल के लिए रैफर कर दिया है।
अपराधी या तो अपराध छोड़ दें और या फिर जींद छोड़कर चले जाएं
डी. एस.पी. कमलदीप राणा ने बताया कि इलाज के बाद युवक को पुलिस गिरफ्तार करेगी। इस घटनाक्रम से पहले डॉक्टर मोनिका पूनिया और उसके बाद डॉक्टर राजेश गर्ग से फिरौती मांगे जाने के मामले को पुलिस ने सुलझा लिया है। उन्होंने बताया कि युवक ने प्रारंभिक पूछताछ में स्वीकार किया है कि उसने शराब के नशे में फोन किए थे और फोन नहीं उठाने पर उसने कुछ को व्हाट्सएप मैसेज भी किए हैं। उन्होंने बताया कि युवक अंकित के खिलाफ 4 मामले पहले से दर्ज हैं। उन्होंने कहा कि हिरासत में लिए गए युवक ने कुछ अधिकारियों को भी फोन करके फिरौती मांगने का काम किया है। उन्होंने कहा कि पुलिस की टीम लगातार गश्त कर रही है। जिस कारण उन्हें लोगों से सूचनाएं भी मिल रही हैं। इसी का परिणाम है कि आरोपी अंकित कुछ ही घंटों में पुलिस के हत्थे चढ़ गया। इस बीच जिला पुलिस कप्तान ने कहा है कि पुलिस अपनी ड्यूटी को पूरी निष्ठा के साथ निभा रही है। उन्होंने एक बार फिर कड़े शब्दों में चेताया है कि अपराधी या तो अपराध छोड़ दें और या फिर जींद छोड़कर चले जाएं। वरना उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।