बदलती जीवनशैली हर किसी को बना रही हाइपरटेंशन का शिकार, जागरुकता कैंप आयोजित

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गुड़गांव: भागदौड़ भरी जिंदगी और बदलते परिवेश में लोगों को विभिन्न बीमारियों ने जकड़ लिया है। खान-पान में आए परिवर्तन से इन बीमारियों में वृद्धि होना बताया जाता है। उच्च रक्तचाप यानि कि हाइपरटेंशन भी एक ऐसी बीमारी है जो लोगों को बुरी तरह से जकड़ चुकी है। लोगों में हाइपरटेंशन के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए हर साल 17 मई को वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे मनाया जाता है।

इसी कड़ी में आज सिविल अस्पताल में जागरुकता कैंप का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अस्पताल के डॉक्टरों और स्टाफ नर्स ने लोगों को हाइपरटेंशन के प्रति जागरुक किया। स्टाफ नर्स सविता ने बताया कि शरीर में मौजूद रक्त नसों में लगातार दौड़ता रहता है और इसी रक्त के माध्यम से शरीर के सभी अंगों तक ऊर्जा और पोषण के लिए ज़रूरी ऑक्सीजन, ग्लूकोज, विटामिन्स, मिनरल्स आदि पहुंचते हैं। ब्लड प्रेशर उस दबाव को कहते हैं, जो रक्त प्रवाह की वजह से नसों की दीवारों पर पड़ता है। आमतौर पर यह ब्लड प्रेशर इस बात पर निर्भर करता है कि हृदय कितनी गति से रक्त को पंप कर रहा है और रक्त को नसों में प्रवाहित होने में कितने अवरोधों का सामना करना पड़ रहा है।

गलत खानपान के चलते व गलत आदतों के कारण हाइपरटेंशन की समस्या लोगों को होने लगती है। उन्होंने कहा कि  इस दिन को मनाने का उद्देश्य यह है कि लोगों को हाई ब्लड प्रेशर के खतरों के बारे में बताया जाए और इसे कंट्रोल करने व ठीक करने के तरीकों के बारे में जागरूक किया जाए। उन्होंने कहा कि हाइपरटेंशन एक ऐसी बीमारी है जिसमें धीरे-धीरे आपका हृदय, किडनी व शरीर के दूसरे अंग काम करना बंद कर सकते हैं। हाइपरटेंशन एक साइलेंट किलर है। हाइपरटेंशन कई कारणों से होता है, जिनमें से कुछ कारण शारीरिक और कुछ मानसिक होते हैं।

हाइपरटेंशन में रक्तचाप 140 के पार पहुंच जाता है। देर रात को भोजन करना, स्मार्टफोन पर लंबे वक्त तक समय बिताना, शारीरिक व्यायाम न करने के चलते हाइपरटेंशन की समस्या होने लगती है। हाइपरटेंशन के कारण व्यक्ति शारीरिक एवं मानसिक रूप से परेशान हो जाता है। इसके अलावा स्ट्रेस, गलत खानपान और आधुनिक जीवनशैली के कारण हाइपरटेंशन हो सकता है। हाइपरटेंशन में चक्कर आना, धमनियों में रक्त का दबाव बढ़ जाना, सिर दर्द की शिकायत शुरू होती है। ये सब हाइपरटेंशन के लक्षण हैं। इसके अलावा बेचैनी, थकान, अनिंद्रा, गुस्सा आना शुरू हो जाता है।