छछरौली ब्लॉक समिति सदस्य ने चेयरमैन पर लगाए घोटाले के आरोप, मेनका देवी बोलीं- फंड रिलीज, पर काम नहीं…

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यमुनानगर  : हरियाणा सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। भ्रष्टाचार करने पर वालों पर वह कड़ा एक्शन भी लेती है। यमुनानगर जिले के छछरौली ब्लॉक समिति सदस्य मेनका देवी ने ब्लॉक समिति चेयरमैन पर ब्लॉक समिति फंड में भ्रष्टाचार कर करोड़ों रुपये का गबन करने का आरोप लगाया है। उनके आरोप लगाया है कि धरातल पर काम नहीं हुआ है और बिना काम के ही फंड रिलीज कर दिया गया है। फंड में जमकर गोलमाल हुआ है।

मेनका देवी ने कहा कि उसने ब्लॉक समिति छछरौली दके सभी ब्लॉक समिति वार्डों में विकास कार्यों के लिए जो फंड खर्च हुए दिखाए गए हैं, असल में अधिकांश कार्य मौके पर हुए ही नहीं है। मेनका देवी ने बताया कि इस गोलमाल का खुलासा बीडीपीओ छछरौली कार्यालय द्वारा दी गई आरटीआई में हुआ है। उसने बताया कि उसने बीडीपीओ छछरौली के माध्यम से ब्लॉक समिति से सभी वार्डों में कितने  विकास कार्य कितनी लागत से कराए गए हैं। किस एजेंसी ने कार्य किए हैं। इन सभी बिंदुओं पर आरटीआई मांगी थी। जब विभाग द्वारा आरटीआई दी गई तो उसमें जो जानकारी मिली है वह हैरान करने वाली थी। दी गई आरटीआई में कई गांवों के स्कूलों में वाटर रिसोर्सेज सिस्टम लगाया दर्शाया गया है। जबकि काफी गांव ऐसे हैं जहां दर्शाया गया काम मौके पर मौजूद ही नहीं है।

ब्लॉक समिति के सदस्य पर लगाए आरोप

छछरौली ब्लॉक समिति के अध्यक्ष राजकुमार ने उल्टा ब्लॉक समिति के सदस्य पर ही आरोप लगाते हुए कहा कि वह सरकारी फंड को अपने खाते में डालना चाहती थी जिसके लिए हमने उसे मना किया। जब उनसे धरातल पर काम को लेकर सवाल पूछा गया तो वह इसका संतोषजनक जवाबी नहीं दें।

मसले पर 10 दिन का लिया समयः BDPO

BDPO कार्तिक चौहान ने बताया कि इस बाबत हमारे पास डीसी दफ्तर से जांच के आदेश आए थे। छछरौली ब्लॉक समिति के अध्यक्ष, एसडीएम रोहित कुमार, शिकायतकर्ता मेनका देवी के साथ बैठकर मीटिंग की है। उन्होंने जो आरोप लगाए थे कुछ के जवाब दे दिए गए हैं। इस पूरे मसले पर 10 दिन का समय भी लिया गया है।

सबसे बड़ी हैरानी की बात यह है कि जाटोंवाला गांव में श्मशान घाट ही नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस तरह ओर भी काफी गांवों में कार्य दर्शाएं गए हैं पर मौके पर कुछ भी काम नहीं है। उन्होंने ब्लॉक समिति चेयरमैन छछरौली पर सीधा भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि आरटीआई में दर्शाएं इन कार्यों की पेमेंट आखिर किस एजेंसी ठेकेदार को की गई है। बिना काम किए ये फंड आखिर क्यों ब्लाक समिति छछरौली के खाते से इन सभी को वितरित किया है यह बड़ा सवाल है।