CM ने ली विकास कार्यों की समीक्षा बैठक, कैथल नगर परिषद के XEN, पूंडरी व सीवन पालिका सचिवों पर गिरी गाज.

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कैथल: मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कैथल में अधिकारियों की बैठक में पांच अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश जारी किए हैं। इन अधिकारियों में एक्सईएन नगर परिषद कैथल, नगर पालिका पूंडरी व नगर पालिका सीवन के सचिव, ढांड मार्केट कमेटी सचिव व नगर पालिका पूंडरी के म्यूनिसिपल इंजीनियर शामिल हैं। इन अधिकारियों में एक्सईएन सहित नगर पालिकाओं के सचिवों के अधीन क्रमश: 864 दिन, 211 दिन व 191 दिनों से विकास कार्याें के लिए टेंडर लगाकर आगामी कार्रवाई न करने पर लापरवाही बरतने पर मुख्यमंत्री ने कार्रवाई के आदेश दिए हैं। इसके अलावा ढांड मार्केट कमेटी सचिव पर एक शिकायतकर्ता की सुनवाई न करने की लापरवाही पर कार्रवाई के आदेश दिए हैं।

पीडि़त व्यक्ति अपनी शिकायत लेकर मुख्यमंत्री के पास चंडीगढ़ पहुंचा था। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने बैठक में जिले में विभिन्न गांवों व शहरों में सड़कों के खराब हालत के फोटो दिखाकर अधिकारियों से एक-एक जवाब लिया। जिसमें लोक निर्माण, मार्केटिंग बोर्ड व स्थानीय निकाय के अधिकारियों को सुधार के सख्त निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि सभी अधिकारी अपने कार्यालयों से बाहर निकल कर एक-एक सड़क की जांच करें। जहां भी गड्डा दिखे, उसे तुरंत भरवाएं। अगर लोगों की सड़कों के संबंध में गड्डों की शिकायत पहुंची तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सीएम ने डीसी को सभी विभागों द्वारा लगाए गए टेंडरों की रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए ताकि पता लगाया जा सके कि किस विभाग में टेंडर कब से लंबित है। साथ ही सड़कों की रिपोर्ट भी तैयार करने के निर्देश दिए।

सीएम ने गांव जाखौली में सड़क पर आ गए तालाब के पानी, फरल पीएचसी के निर्माण में देरी, गुहला में माइनर मुरम्मत संबंधी टेंडर, करोड़ा गांव की सड़क व तालाब, ढांड रविदास धर्मशाला रोड, चंदाना गेट पर खराब पड़े शौचालयों, कलायत बस अड्डे पर बनाए गए शौचालय, करोड़ा से रमाना सड़क के फोटो दिखाकर अधिकारियों से एक-एक जवाब लिया। साथ ही सख्त लहजे में निर्देश दिए कि इन सभी को तुरंत दुरुस्त करें। मुख्यमंत्री ने शहर में लंबे समय से लंबित कार्य सिटी स्कवेयर का फिर से टेंडर करके काम पूरा करने के निर्देश दिए।

इसके साथ-साथ शहर में मल्टीपर्पज पार्किंग को पीपीपी मोड पर जल्द शुरू करने के निर्देश दिए। वक्फ बोर्ड संबंधी शिकायत पर सीएम ने प्रदेशस्तरीय समिति के माध्यम से समाधान के निर्देश दिए। इसके साथ-साथ उन्होंने ग्योंग ड्रेन को कवर करने या इसमें बड़े पाइप डालकर काम पूरा करने के निर्देश दिए। साथ ही राजौंद महिला कॉलेज के भवन को पांच एकड़ भूमि में ही बहु मंजिला बनाए जाने के निर्देश दिए और कहा कि इसके लिए सरकार ने नियमों में छूट दे दी है। सीएम ने महर्षि वाल्मीकि विश्वविद्यालय के लंबित कार्य को जल्द पूरा करने के साथ-साथ इसके बीच में से गुजर रही ड्रेन के सौंदर्यकरण व इसके ऊपर से रास्ता देने के लिए अलग से टेंडर लगाने के निर्देश दिए। सीएम ने कलायत की कपिलमुनी माइनर व कैथल की वृद्घकेदार झील सहित जिले के खेल स्टेडियम व व्यायामशालाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने कैथल में समाधान शिविरों में आई शिकायतें के समाधान में अव्वल रहने पर सराहना भी की। मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारियों को लोगों के प्रति जवाबदेही है। लोगों की सुनवाई करें। उनके चक्कर न लगाएं। छोटे-छोटे कार्याें को पूरा करके लोगों की अधिकतर समस्याओं का समाधान किया जा सकता है। इसीलिए अधिकारी खुद जवाब देही तय करें और विकास कार्याें में किसी प्रकार की कोताही सहन नहीं की जाएगी। यदि कोई व्यक्ति जिलास्तर पर अधिकारियों की लापरवाही के कारण चंडीगढ़ में मेरे पास शिकायत लेकर आता है तो ऐसे अधिकारी या कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अब हरियाणा में एक व्यवस्था बनाई जा रही है, जिसमें एसएचओ को संबंधित थाना के लोगों के हिसाब से नंबर मिलेंगे।

डीसी प्रीति ने मुख्यमंत्री को विश्वास दिलवाया कि उनके निर्देशानुसार जल्द से जल्द लंबित कार्य पूर होंगे। उन्होंने मार्गदर्शन के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव अरुण गुप्ता, विधायक सतपाल जांबा, भाजपा जिला अध्यक्ष ज्योति सैनी, पूर्व मंत्री कमेलश ढांडा, पूर्व विधायक लीला राम, पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर, नगर परिषद चेयरपर्सन सुरभि गर्ग सहित अनेक अधिकारी व नेतागण मौजूद रहे।