ग्रामीणों ने कहा कि यदि इस अवधि तक सीबीआई खुलासा नहीं करती है तो 2 फरवरी को फिर से पंचायत बुलाई जाएगी, जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी। इसके अलावा, मामले की जानकारी जिला कलेक्टर (डीसी) को ज्ञापन के माध्यम से दी जाएगी। 19 वर्षीय मनीषा 11 अगस्त से लापता थीं और 13 अगस्त को उनका शव सिंघानी नहर के पास मिला था।
मनीषा की मौत को लेकर अब तक स्थानीय पुलिस और सीबीआई की जांच के बाद भी रहस्य बना हुआ है। सीबीआई ने परिजनों को अभी भी रिपोर्ट लंबित होने का हवाला दिया है। मनीषा के पिता संजय ने कहा कि बेटी को न्याय मिलने तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा।
उन्होंने बताया कि गांव में हुई बैठक में 31 जनवरी तक का अल्टीमेटम तय किया गया है। इसके बाद डीसी को ज्ञापन सौंपा जाएगा और 2 फरवरी को फिर से पंचायत बुलाई जाएगी। सीबीआई की टीम 3 सितंबर से मामले की जांच में जुटी थी और 4 दिसंबर को दिल्ली लौट गई थी। हालांकि तब से अधिकारी परिजनों को आश्वासन देते रहे हैं कि जांच पूरी होने के बाद खुलासा किया जाएगा।