छात्रों पर जानलेवा हमला नाकाबिले बर्दाश्त, वीसी की जवाबदेही हो तय…, हुड्डा का सरकार पर हमला

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चंडीगढ़  : पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि जिस तरह जाय मांगों को लेकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के छात्रों पर लाठियां बरसाई गईं, वह नाकाबिले बर्दाश्त है। इस पूरे मामले में लाठी बरसाने वाले स्टाफ के साथ-साथ वाइस चांसलर की भी जवाबदेही तय होनी चाहिए।

हुड्डा ने कहा कि छात्रवृत्ति कटौती के विरोध में शांतिपूर्ण धरना दे रहे छात्रों की मांगों को कांग्रेस पूर्ण समर्थन देती है। अपनी मांगों के लिए आवाज उठाना छात्रों का अधिकार है। ऐसे में उनपर जानलेवा हमला करना पूरी तरह आपराधिक कार्रवाई है। कानून के मुताबिक सिर पर वार को जानलेवा हमला माना जाता है और एफआईआर भी उसी धारा में दर्ज होती है। इसलिए छात्रों के हमला करने और करवाने वाले दोनों को सजा भुगतनी पड़ेगी।

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि छात्रों ने अभी तक पूरी तरह शांति और अनुशासन का परिचय दिया है। न्याय की इस लड़ाई को भी शांति व अनुशासन के साथ आगे बढ़ाएं। कांग्रेस समेत तमाम युवा और पूरा प्रदेश छात्रों के साथ खड़ा है। छात्रों की आवाज को कांग्रेस विधानसभा से लेकर संसद तक हर मंच पर उठाएगी। कांग्रेस के तमाम विधायकों व सांसदों ने छात्रों के बीच पहुंचकर अपने समर्थन का ऐलान किया है।

छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय ने छात्रवृत्ति नियमों में अनुचित बदलाव किया है। पहले 70% या उससे अधिक अंक (OGPA 7.0) लाने वाले हरेक छात्र को स्टाइपेंड दिया जाता था। लेकिन अब उसे सिर्फ टॉप 25% छात्रों तक सीमित कर दिया है। इतना ही नहीं, मेरिट स्टाइपेंड के लिए न्यूनतम योग्यता 70% से बढ़ाकर 75% (OGPA 7.5) कर दी गई है। इसी तानाशाही के विरुद्ध सभी ने एकजुट होकर शांतिपूर्ण ढंग से अपनी आवाज उठाई थी। लेकिन रात के अंधेरे में बीजेपी सरकार के इशारे पर बेरहमी से उनपर लाठियाँ बरसाई गईं।

हुड्डा ने कहा कि बीजेपी सरकार ने पूरे कार्यकाल में एक भी बड़ी यूनिवर्सिटी प्रदेश में स्थापित नहीं की। इसके विपरीत बीजेपी सरकार, कांग्रेस द्वारा पहले से स्थापित संस्थानों को बर्बाद करने में जुटी है। इसके लिए विश्वविद्यालयों पर अनाप-शनाम नियम थोपे जा रहे हैं और उन्हें राजनीति का अड्डा बनाया जा रहा है। लेकिन कांग्रेस पार्टी, बीजेपी के इन मंसूबों का डटकर विरोध करेगी।