चंंडीगढ़: पंचकूला में चोरी और स्नैचिंग की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए पुलिस कमिश्नर शिबास कविराज के निर्देश पर जिले भर में क्राइम यूनिट्स एक्टिव मोड में कार्य कर रही हैं। इसी दिशा में डीसीपी क्राइम अमित दहिया के कुशल नेतृत्व में डिटेक्टिव स्टाफ पंचकूला ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक शातिर चोर गिरोह के सात सदस्यों को काबू करने में सफलता प्राप्त की है, जिनमें से पांच नाबालिग हैं। पुलिस ने आरोपियों से लाखों रुपये की ज्वैलरी, कैश और अन्य कीमती सामान बरामद किया है।
पुलिस को मिली शिकायत के अनुसार, सेक्टर-12 निवासी अजीत पुत्र मोलू राम, जो कि सेक्टर-5 मनसा देवी में सिविल इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं, अपने परिवार सहित गांव गए हुए थे। इसी दौरान 1 अप्रैल को उनके पड़ोसी से उन्हें सूचना मिली कि उनके घर में चोरी हो गई है। जब वह मौके पर पहुंचे तो देखा कि घर से कैश, ज्वैलरी, मोबाइल फोन समेत लाखों रुपये का सामान चोरी हो चुका था। इस मामले में थाना सेक्टर-5 में मामला दर्ज कर पुलिस ने तुरंत जांच शुरू कर दी थी। इसके अतिरिक्त 30 अप्रैल को भी सेक्टर-12 पंचकूला में एक अन्य चोरी की वारदात सामने आई, जहां नोएडा गए एक व्यक्ति के घर से भी अज्ञात युवकों ने लाखों का सामान चोरी कर लिया था।
इसी तरह सेक्टर-21 पंचकूला में भी अप्रैल व मई माह में दो और चोरी की घटनाएं हुई थीं। अब तक की जांच में पुलिस ने चार चोरी के मामलों का खुलासा किया है, जिनमें से दो वारदातें सेक्टर-12 में और दो सेक्टर-21 में हुई थीं। मुख्य आरोपी राकेश के खिलाफ पहले भी पंचकूला में वर्ष 2022 में चोरी का एक मामला दर्ज है। इसके अलावा उसके खिलाफ जीरकपुर में हत्या का मामला भी दर्ज है और उत्तर प्रदेश में भी चोरी के दो मामले दर्ज पाए गए हैं।
इन मामलों की जांच करते हुए एसीपी क्राइम अरविंद कंबोज के मार्गदर्शन और डिटेक्टिव स्टाफ इंचार्ज एसआई युद्धवीर सिंह की टीम ने 24 मई को मुख्य आरोपी राकेश उर्फ लम्बू पुत्र दयाराम निवासी जिला संभल, उत्तर प्रदेश (हाल निवासी सैनी विहार फेस-1 बलटाना, पंजाब, उम्र 19 वर्ष) और सुनील उर्फ बटेर पुत्र प्रेम पाल निवासी जिला बदायूं, उत्तर प्रदेश (हाल निवासी त्रिवेणी कैंप, मुबारकपुर डेराबस्सी, पंजाब, उम्र 20 वर्ष) को पंचकूला सेक्टर-20 स्थित शमशान घाट के पास से गिरफ्तार किया। दोनों को 25 मई को अदालत में पेश कर 7 दिन का पुलिस रिमांड लिया गया था।
इसके बाद पुलिस ने 29 मई को दो नाबालिगों को भी हिरासत में लिया, जिन्हें उसी दिन जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के समक्ष पेश कर ऑब्जर्वेशन होम अंबाला भेज दिया गया। वहीं 31 मई को भी तीन अन्य नाबालिगों को गिरफ्तार कर उनके पास से चोरी का सामान बरामद किया गया। इन तीनों को भी आज ऑब्जर्वेशन होम अंबाला भेज दिया गया है। पुलिस रिमांड खत्म होने के बाद आरोपी राकेश और सुनील को भी आज न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
पूछताछ और कार्रवाई के दौरान पुलिस ने इन आरोपियों से चोरी का भारी मात्रा में सामान बरामद किया है, जिसमें लक्ष्मी जी व गणेश जी की चांदी की मूर्तियां, सोना-चांदी के आभूषण व बर्तन, 2 मोबाइल फोन (वन प्लस व एप्पल 15 प्रो), एक एलईडी , कुछ घरेलु सामान व करीब दो लाख रुपये की नकदी शामिल है। साथ ही पुलिस ने चोरी की वारदात मे प्रयोग की गई बाइक भी बरामद की है।
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि ये आरोपी पहले दिन में रैकी करते थे और फिर मौका देखकर रात में चोरी की वारदात को अंजाम देते थे। यह गिरोह बेहद शातिर तरीके से काम करता था और एक संगठित रूप में विभिन्न इलाकों में चोरी करता था। फिलहाल पुलिस की जांच जारी है और संभावना है कि इनसे अन्य चोरी के मामलों की भी कड़ियां जुड़ सकती हैं और आगे और बरामदगी हो सकती है।
“पंचकूला में कानून व्यवस्था को बिगाड़ने की कोशिश करने वाले किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा। हमारा लक्ष्य सिर्फ अपराध का खुलासा करना नहीं, बल्कि ऐसे आपराधिक नेटवर्क को जड़ से खत्म करना है। इस गिरोह की गिरफ्तारी पुलिस की मुस्तैदी का उत्कृष्ट उदाहरण है। पंचकूला को सुरक्षित और अपराधमुक्त बनाए रखने के लिए हमारी कार्रवाई आगे भी लगातार जारी रहेगी। इसके अलावा जल्द से कानूनी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद बरामद सामान पीड़ित परिवार को दे दिया जाएगा ”