DGP ओपी सिंह बोले: “मुश्किलें आएंगी, हिम्मत नहीं टूटनी चाहिए”—वाई पूरन कुमार और रोहतक ASI के सुसाइड पर जताया शोक

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करनाल: हरियाणा के DGP ओपी सिंह गुरुवार को करनाल स्थित मधुबन पुलिस अकादमी में शहीदी स्मारक पहुंचे. यहां उन्होंने वीरगति को प्राप्त पुलिस जवानों को नमन किया और कहा- “मैं आज यहां अपने शहीदों को याद करने आया हूं. उनकी कुर्बानियां हमारी ताकत हैं और हम सबके लिए प्रेरणा हैं.”

“भीड़ प्रबंधन जिम्मेदारी, लोकतंत्र की खूबसूरती”: मीडिया से बातचीत में डीजीपी ने सभी पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों से अपील करते हुए कहा कि वे अपने-अपने क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखें. उन्होंने कहा कि, “कभी लोग जश्न मनाएंगे, कभी विरोध करेंगे- यही लोकतंत्र की खूबसूरती है. हमारा काम है भीड़ को व्यवस्थित रखना और शांति बनाए रखना.

“पुलिस की भूमिका सख्त हो”: डीजीपी ने अपराधियों को लेकर सख्त रुख दिखाते हुए कहा, “जो लोग बदमाशी और ठगी को धंधा बना चुके हैं, ऐसे अपराधियों के खिलाफ पुलिस की भूमिका सख्त होनी चाहिए ताकि बदमाश सीधे जेल पहुंचें. मेरी सभी से अपील है कि त्योहारों को लेकर सतर्कता और सावधानी बरतें.”

“त्योहारों पर बरतें सावधानी”: त्योहारों के मौसम में डीजीपी ने प्रदेशवासियों से सतर्कता बरतने की अपील की. उन्होंने कहा कि, “भीड़भाड़ के समय संयम और सतर्कता दोनों जरूरी हैं, ताकि खुशियों के बीच कोई अप्रिय घटना न हो.”

“पुलिस परिवार भी हमारी जिम्मेदारी”: डीजीपी ओपी सिंह ने आगे कहा, “हरियाणा पुलिस में करीब 70,000 कर्मचारी हैं और उनकी फैमिलियों में भी उतने ही सदस्य शामिल हैं. हमारा दायरा सिर्फ पुलिसकर्मी तक सीमित नहीं है, उनके परिवार भी हमारे अपने हैं. हम उनका लिविंग एनवायरनमेंट और पारिवारिक माहौल बेहतर बनाने पर काम कर रहे हैं.”

“तनाव से ना टूटे मनोबल”: डीजीपी ओपी सिंह ने आगे कहा कि, “पुलिस का काम तनावपूर्ण होता है, लेकिन हमें मानसिक रूप से मजबूत रहना चाहिए. मुश्किलें आती रहेंगी, लेकिन हमें इतना सक्षम होना है कि किसी भी चुनौती का सामना कर सकें. बात इतनी ना बढ़े कि कोई अपनी जान देने पर मजबूर हो.”

DGP का संकल्प: डीजीपी ने आगे कहा कि, “हम अपने शहीदों को याद करने आए हैं, अपने कर्मियों और उनके परिवारों के सुखद जीवन के लिए प्रतिबद्ध हैं. यह सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी साथी मानसिक तनाव की वजह से कभी अकेला महसूस न करे.”