भाऊ गैंग के 2 गुर्गों का एनकाउंटर

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रोहतक।

सोमवार सुबह करीब 4 बजे जींद बाइपास के पास पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में 2 बदमाशों को गोली लगी है। बदमाशों ने पुलिस पर भी फायरिंग की, जिसमें 3 पुलिसकर्मियों को गोली लगी। हालांकि, बुलेटप्रूफ जैकेट के कारण उनकी जान बच गई। घायल बदमाशों को रोहतक PGI में भर्ती कराया गया है।

पकड़े गए आरोपियों की पहचान फतेहाबाद के टिब्बी गांव निवासी जसबीर और खरखौदा निवासी साहिल के रूप में हुई है। दोनों आरोपी हिमांशु भाऊ गैंग से जुड़े हैं। दोनों ने रोहतक के किलोई गांव में 3 दिन पहले बारात पर फायरिंग की थी, जिसमें फाइनेंसर मंजीत की हत्या कर दी गई थी।

रोहतक पुलिस ने इस मामले में 5 टीमों का गठन किया था। STF और CIA-2 की टीम आरोपियों की तलाश कर रही थी। सोमवार सुबह टीम को सूचना मिली कि आरोपी जींद बाइपास के पास बाइक पर मौजूद हैं। टीम जैसे ही वहां पहुंची तो आरोपियों ने टीम पर फायरिंग कर दी। जिसमें पुलिस की गाड़ी पर गोली लगी।

पुलिस ने बदमाशों को चेतावनी दी कि वह सरेंडर कर दें। इसके बावजूद बदमाश फायरिंग करते रहे, जिसमें 3 पुलिसकर्मियों को गोली लगी। तीनों ने बुलेटप्रूफ जैकेट पहनी हुई थी, जिससे उनकी जान बच गई। इसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए फायरिंग कर दी, जिसमें दोनों बदमाश गोली लगने से घायल हो गए। इसके बाद पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया। पुलिस जांच में सामने आया है कि दोनों आरोपियों पर लूट और डकैती के कई केस दर्ज हैं। पुलिस दोनों की आपराधिक डिटेल खंगाल रही हैं।

6 दिसंबर को झज्जर के डीघल गांव का रहने वाला फाइनेंसर मंजीत रोहतक के किलोई गांव में शादी में आया हुआ था। इसी दौरान स्कॉर्पियो सवार बदमाशों ने बारात पर फायरिंग कर दी। मंजीत को 8 गोलियां मारी गईं, जिसमें उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके अलावा, बालम गांव का मनदीप गोली लगने से घायल हो गया था। गोलियों की आवाज सुनकर पैलेस में मौजूद लोग बाहर की ओर दौड़े। जैसे ही लोग मौके पर पहुंचे तो बदमाश गाड़ी में बैठकर फरार हो गए। इसके बाद लोगों ने दोनों को उठाया और सीधे रोहतक PGI ले गए। वहां डॉक्टरों ने मंजीत को मृत घोषित कर दिया। वहीं, मनदीप को भर्ती कर लिया। उसका उपचार चल रहा है। मरने वाला मंजीत दिल्ली पुलिस में कॉन्स्टेबल रह चुका था।