चंडीगढ़। हरियाणा में खेल व खिलाड़ियों के प्रोत्साहन की हर रोज नई घोषणाएं हो रही हैं, लेकिन इन घोषणाओं को धरातल पर लागू करने में दिलचस्पी नहीं दिखाई जा रही है। प्राइवेट स्कूल संघ ने खेल राज्य मंत्री को निजी खेल नर्सरियां खोलने की घोषणा याद कराते हुए कहा कि पांच माह बीत जाने के बावजूद अभी तक कोई निजी खेल नर्सरी नहीं खोली गई हैं।
इन खेल नर्सरियों के खुले बिना ही खिलाड़ियों की डाइट मनी में बढ़ोतरी के दावे सरकार की ओर से किए जा रहे हैं, लेकिन जब खेल नर्सरी ही नहीं होगी तो बढ़ी हुई डाइट मनी किसे दी जाएगी, इस सवाल का जवाब खेल विभाग के अधिकारियों को देना होगा।
प्राइवेट स्कूल संघ के प्रदेश अध्यक्ष सत्यवान कुंडू ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने खेल विभाग द्वारा की जाने वाली घोषणाओं की समीक्षा करने की मांग करते हुए कहा कि सिर्फ घोषणाओं से खेल व खिलाड़ियों का भला नहीं होने वाला है।
खेल विभाग की तरफ से मार्च 2025 में खेल नर्सरियों के लिए आवेदन मांगे गए थे, जिनके आधार पर जिला स्तर पर खेल नर्सरियों की जांच की गई, जिसमें योग्य पाई गई नर्सरियों की सूची खेल विभाग के पास पहुंच चुकी है, लेकिन अभी तक इस सूची पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
सत्वान कुंडू ने कहा कि खेल नर्सरियों पर फैसला नहीं होने की वजह खेल विभाग के बजट को लेकर विवाद और अधिकारियों की मनमानी को माना जा रहा है। पांच महीने बीत जाने के बाद भी निजी खेल नर्सरी शुरू नहीं होने से हजारों खिलाड़ियों में मायूसी छाई हुई है।
प्राइवेट स्कूल संघ ने मुख्यमंत्री व खेल राज्य मंत्री गौरव गौतम से मांग की कि जल्दी निजी खेल नर्सरियां शुरू की जाएं ताकि खिलाड़ियों का हौसला बढ़ सके और वे अपने-अपने खेलों की अच्छी प्रैक्टिस आरंभ कर सकें।