यमुनानगर में नहर बंद कर रहे किसान, अधिकारियों पर गुमराह करने का आरोप, जानिए पूरा मामला

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यमुनानगर: हरियाणा सरकार द्वारा दादूपुर नलवी नहर को डी-नोटिफाई किए जाने के बाद अब किसानों ने सरकार को पैसे वापस लौटाकर अपनी जमीन को समतल करके फसल लगाने की योजना बनाई है। इस पर कुछ किसानों ने काम भी शुरू भी कर दिया है। वहीं लोगों ने कहा कि जमीन वापिस लेने का कोई नियम नही, अधिकारी किसानों को गुमराह कर रहे हैं।

दादूपुर नलवी नहर यमुनानगर से शुरू होकर शाहबाद के पास नलवी तक जाती है। सरकार द्वारा तय की गई राशि कम मिलने की बात कहकर किसानों ने पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट की शरण ली थी। जिस पर हाईकोर्ट ने जो मुआवजा राशि प्रति एकड़ के हिसाब से एक करोड़ से ज्यादा तय की थी। हरियाणा सरकार ने इसे अधिक बता कर योजना को ही समाप्त करते हुए दादुपुर नलवी नहर को डी-नोटिफाई कर दिया था। वहीं किसानों से कहा था कि वह सरकार को पैसा जमा करवाकर अपनी जमीन इस्तेमाल कर सकते हैं।

अधिकारी कर रहे हैं गुमराह

अब यमुनानगर जिले के कुछ किसानों ने पैसे जमा कराकर इस जमीन पर जेसीबी की सहायता से उसे समतल करना शुरू कर दिया है, ताकि वह फसल की बिजाई कर सकें। वहीं किसानों का कहना है कि कुछ किसान इतने समर्थ ही नहीं हैं तो वो पैसा कहां से देंगे। वहीं अन्य का कहना है कि जमीन अधिग्रहण के अनुसार सरकार द्वारा ली गई जमीन वापिस नहीं ली जा सकती। अधिकारी किसानों को गुमराह कर रहे हैं। ऐसा जमीन वापिसी का कोई प्रावधान नहीं है।